MP में बस-ट्रकों की हड़ताल, ड्राइवरों ने स्टैंड पर खड़ी की बसें, नए साल पर यात्री हो रहे परेशान

इंदौर में करीब नौ सौ बसें बंद हैं। यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग अपने निजी वाहनों में पेट्रोल-डीजल भरवाने पहुंचे तो पंपों पर भारी भीड़ लग गई।

Updated: Jan 01, 2024, 04:05 PM IST

भोपाल। देश में लागू हिट एंड रन कानून में किए गए बदलाव का मध्य प्रदेश में जमकर विरोध हो रहा है। इस कानून के विरोध में पूरे मध्य प्रदेश में बस-ट्रक ड्राइवर्स हड़ताल पर हैं। नए साल के मौके पर बस और ट्रक ड्राइवर्स के हड़ताल के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ड्राइवर हिट एंड रन मामले में नए कानून का विरोध कर रहे हैं, जिसमें 10 साल की सजा और 7 लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान है। कई जगह चक्काजाम भी किया है। इसके अलावा ट्रक ड्राइवर्स ने भी रात 2 बजे से ट्रक खड़े कर दिए हैं। हड़ताल ट्रांसपोर्टर्स ने नहीं, बल्कि सिर्फ ड्राइवर्स ने की है। 

मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में बसों के पहिए थमे हुए हैं। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत अन्य शहरों के स्टैंड से बसें नहीं चल रही हैं। अकेले इंदौर में करीब नौ सौ बसें बंद हैं। हड़ताल के कारण लोग अपने निजी वाहनों में पेट्रोल-डीजल भरवाने पहुंचे तो पंपों पर भारी भीड़ लग गई। बालाघाट में भीड़ नियंत्रित करने के लिए पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा है।

भोपाल से सागर के लिए बस चलाने वाले ड्राइवर हेमराज कुशवाहा ने कहा, 'मैं इस कानून की निंदा करता हूं। साथियों से कहना चाहता हूं कि वे भी इसका विरोध करें। मैंने बस आईएसबीटी पर खड़ी कर दी है। सभी बसवालों ने यहां बसें खड़ी की हैं। नादरा बस स्टैंड के भी यही हाल हैं। सोमवार को कोई गाड़ी नहीं चलाएगा। हम 10 साल की सजा नहीं भुगत सकते और न ही सात लाख रुपए जुर्माना भर सकते हैं।'