सीएम मोहन यादव ने तोड़ा उज्जैन में रात नहीं रुकने का मिथक, कहा- मैं बाबा महाकाल का सेवक हूं

मोहन यादव ने बीती रात इस मिथक को तोड़ दिया कि कोई भी शासक यानी प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या उनके समकक्ष बाबा महाकाल की नगरी में रात्रि विश्राम नहीं करता।

Updated: Dec 17, 2023, 10:12 AM IST

उज्जैन। मुख्यमंत्री बनने के बाद डॉ. मोहन यादव पहली बार शनिवार को अपने गृहनगर उज्जैन पहुंचे। मोहन यादव के लिए दशहरा मैदान से स्वागत यात्रा का आयोजन किया गया था। इसके बाद स्वागत यात्रा में जगह-जगह लोगों ने उनका स्वागत किया। खास बात यह है कि मोहन यादव रात में उज्जैन में रात नहीं रुकने वाला मिथक तोड़ते हुए रात वहीं रुके।

दरअसल, उज्जैन को लेकर एक मिथक है कि यहां महाकाल के अलावा कोई राजा रात में नही रुक सकता है। कहा जाता है कि कोई भी पीएम, सीएम उज्जैन में रात्रि विश्राम करता है, तो उसकी सरकार गिर जाती है। इस मिथक को तोड़ते हुए शनिवार रात को सीएम यादव ने अपने घर पर ही पूरी रात बिताई।

सीएम यादव का कहना है कि मैं उज्जैन का बेटा हूं और बाबा महाकाल मेरे पिता हैं। मैं महाकाल के मुख्य सेवक के रूप में काम कर रहा हूं, ना कि मुख्यमंत्री के रूप में। ।मैं कोई राजा नहीं राजा तो महाकाल हैं। फालतू बातें उड़ा रखी है। यहां पर राजा रात नहीं रुक सकता है। ऐसा कुछ नहीं है बाबा महाकाल ही राजा हैं। हम सब उनके बेटे और सेवक हैं

बता दें कि मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के सीएम बनने की घोषणा के बाद से ही सभी जगह एक बात की चर्चा बहुत जोरो पर थी कि आखिर अब बाबा महाकाल की नगरी में दो राजा एक साथ रात कैसे रुकेंगे? सीएम अब उज्जैन में रुकेंगे या नहीं। आखिरकार इन सभी बातों का जवाब शनिवार देर रात लोगों को मिल ही गया। इन सब मिथकों को तोड़ते हुए मुख्यमंत्री डा. यादव ने अपना रोड शो खत्म करने के बाद रात्रि विश्राम महाकाल की नगरी में गीता कॉलोनी स्थित अपने निवास पर ही किया।