भोपाल में सीएम शिवराज ने अत्याधुनिक वन भवन का किया लोकार्पण, 180 करोड़ की लागत से हुआ है तैयार

14 साल में बनकर तैयार हुए इस भवन में कुल 3 ब्लॉक हैं।जिसमें 100 सीटर एक ऑडिटोरियम और 50 सीटर हॉल तथा 30 सीटर हॉल बनाये गये हैं।

Updated: Aug 09, 2023, 01:39 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 180 करोड़ की लागत से 14 साल में बनकर तैयार हुए वन भवन का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकार्पण किया। इस वन भवन निर्माण के लिए सीएम शिवराज ने 27 जुलाई 2008 में भूमि पूजन किया था। भोपाल के तुलसी नगर में स्थित यह भवन में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। 


वन भवन का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वन अधिकारियों से कहा कि मेरी अपेक्षा है कि बाघ, तेंदुए, घड़ियाल, गिद्ध और चीते बचे रहें। इन्हें बचाने की जिम्मेदारी आप लोगों की है। इस भवन से ऐसी नीतियां तैयार की जाएं जो दूसरों के लिए उदाहरण बनें। मध्य प्रदेश टाइगर स्टेट तो है ही, यह टैग लगातार बना रहे इसके भी प्रयास किये जा। हमारी उपलब्धियां और अवार्ड की लिस्ट लगातार बढ़ती रहे। हरियाली के क्षेत्र में भी हम नम्बर 1 हैं उन्होंने कहा कि 20 वर्षों में प्रदेश में दो लाख 42 हजार छह सौ हेक्टेयर सघन वन क्षेत्र बढ़ा है। वहीं 17 वर्षों में दो हजार 424 वर्ग किमी अति सघन वन क्षेत्र में वृद्धि हुई है।

 


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के संरक्षित क्षेत्रों में कार्यरत महावत और चारा कटर को नियमित करने पर विचार करेंगे। वहीं वन भवन में काम करने के लिए यदि जगह कम पड़े तो पूरा भवन विभाग को सौंप दिया जाएगा। राज्य पक्षी दूधराज की संख्या भी बढ़ी है। साथ प्रदेश में टाइगर की संख्या भी बढ़ी है। प्रदेश में वन, खनिज, जल संपदा के अनेक भंडार हैं। 30 प्रतिशत से अधिक वन क्षेत्र को हमने बचाकर रखा। देश का 13 प्रतिशत वन मप्र में है। मनुष्य ने भौतिक प्रगति की चाह में वनों का विनाश किया है। इससे ग्लोबल वार्निंग का संकट पैदा हो गया, जिससे पूरा विश्व चिंतित है। हम आने वाले समय में दुनिया का फेफड़ा बनेंगे।


2 लाख वर्ग फीट में फैला भवन, 14 साल में बनकर हुआ तैयार
वन भवन 2.91 लाख वर्ग फीट में फैला हुआ है और इसकी लागत 180 करोड़ 24 लाख रूपये है। इसमें एक सौ सीटर आडिटोरियम और 50 सीटर एवं 30 सीटर सभागार हैं। कुल तीन ब्लॉक में डिजाइन इस भवन में ए-ब्लॉक में 4 तल, सी-ब्लॉक में 3 तल और ई-ब्लॉक में 4 तल हैं। इस भवन का निर्माण साल 2008 से किया जा रहा है। भवन का निर्माण ग्रीन बिल्डिंग की संकल्पना के आधार पर किया गया है। इसके पूरे भवन में डबल ग्लास लगाए गए हैं।


वहीं, वनमंत्री विजय शाह ने कहा कि प्लास्टिक का उपयोग रोकने के लिए प्रयोग किए हैं। पांच वन समितियों को एक-एक वाहन और खाना बनाने-परोसने के बर्तन दिए हैं। ग्रामों में शादी या अन्य समारोह होने पर समिति को फोन करेंगे, एक घंटे में बर्तन लेकर वाहन पहुंच जाएगा। इसके लिए न्यूनतम शुल्क लेंगे। मुख्यमंत्री ने समिति के लोगों को वाहन की चाबी सौंपी। जिससे शादी समारोह में होने वाले प्लास्टिक के सिंगल यूज प्लेटों और डिस्पोज़ल के उपयोग में कमी आएगी। वहीं वरिष्ठ पद का प्रभार मिलने पर वनपालों को स्टार लगाए और अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक दिलीप कुमार की पुस्तक भारत की देशज प्रजातियां का भी विमोचन किया।