Shivraj Singh Chouhan: तीन साल में आत्मनिर्भर बनेगा मध्य प्रदेश

Aatm Nirbhar Bharat: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया आत्म निर्भर मध्य प्रदेश वेबिनार का शुभारंभ, चार दिन चलेगा वेबिनार

Updated: Aug 08, 2020, 07:29 AM IST

photo courtesy : jagran
photo courtesy : jagran

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने हाल ही में केंद्र सरकार की आत्मनिर्भर भारत योजना की तर्ज़ पर आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश का नारा बुलंद किया है। राज्य सरकार का कहना है कि वो प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने हेतु लगातार प्रयत्न कर रही है। इसी कड़ी में राज्य सरकार ने आज से चार दिवसीय वेबिनार का आज शुभारंभ किया। इसमें देश के विभिन्न क्षेत्रों की जानी मानी हस्तियों ने वेबीनार में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश तीन वर्षों में आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश का लक्ष्य हासिल कर लेगा।   

हर क्षेत्र में आगे होगा मध्य प्रदेश 
राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वेबिनार को संबोधित करते हुए यह भरोसा जताया कि आने वाले समय में मध्य प्रदेश हर क्षेत्र में आगे होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य में प्रधानमंत्री मोदी  के आत्मनिर्भर भारत के पैकेज को क्रियान्वित करने में मध्यप्रदेश ने सक्रिय प्रदर्शन किया है। उदाहरण के लिए मध्यप्रदेश स्ट्रीट वेंडर्स कल्याण में देश में अग्रणी है। छोटे कारोबारियों को ब्याज रहित ऋण देने के लिए मध्यप्रदेश में काफी कार्य हुआ है। कोविड-19 की परिस्थितियों में कुछ बड़ी कंपनियां देश में आ सकती हैं, इस दिशा में भी प्रयास किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में यह उम्मीद जताई कि राज्य में इन कंपनियों का निवेश होने से आर्थिक क्षेत्र में परिवर्तन आएगा।

देश में गेहूं का सबसे ज़्यादा उपार्जन प्रदेश में 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस वर्ष प्रदेश में हुए गेहूं के रिकॉर्ड उपार्जन का ज़िक्र करते हुए बताया कि इस बार  प्रदेश में 1 करोड़ 29 लाख मैट्रिक टन गेहूँ उपार्जन की उपलब्धि हासिल हुई। यह देश में हुआ सर्वाधिक गेहूँ उपार्जन था। मुख्यमंत्री ने वेबिनार में कहा कि राज्य सरकार द्वारा मंडी कानून में संशोधन कर उसे अधिक किसान हितैषी बनाया गया। उत्पादों के वेल्यू एडीशन के प्रयास किए गए हैं। बासमती राइस को जीआई टैग की लड़ाई में मध्यप्रदेश लड़ रहा है। कृषक कल्याण के लिए कृषक उत्पादन संगठन (एफपीओ) को प्रोत्साहित किया जा रहा है। लोकल को वोकल बनाने के प्रयास भी प्रदेश में हुए हैं।  स्व-सहायता समूह की महिलाओं की रचनात्मक को प्रोत्साहित किया गया है। अन्य कारीगरों के कौशल के विकास की भी कोशिश की गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नयी शिक्षा नीति का ज़िक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आज नई शिक्षा नीति के बारे में संबोधित किया है। मध्यप्रदेश में रोजगारोन्मुखी शिक्षा के प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षा के प्रमुख उद्देश्यों ज्ञान और कौशल के साथ नागरिकता के संस्कार देने की दिशा में प्रयास बढ़ाये जा रहे हैं। 

चंबल का स्वरूप बदल जाएगा 
मुख्यमंत्री ने वेबिनार को सम्बोधित करते हुए चंबल क्षेत्र में तैयार हो रहे चंबल एक्सप्रेसवे का ज़िक्र करते हुए बताया कि चंबल क्षेत्र में बीहड़ भूमि का काफी बड़ा क्षेत्रफल है। चंबल एक्सप्रेस-वे इस इलाके के लिए प्रोग्रेस-वे बन जाएगा। यहां से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की दूरी तीन-चार घंटे ही है जो और भी कम हो जाएगी। एक्सप्रेस वे के निर्माण से चंबल क्षेत्र का वर्तमान स्वरूप बदल जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां आवश्यक होगा फोर लेन और सिक्स लेन सड़कों का निर्माण होगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सशक्तिकरण, व्यापार उद्योग, वाणिज्य, स्वास्थ्य, शहरी आवास, रियल स्टेट के क्षेत्र में अधोसंरचना का विकास किया जाएगा।