भोपाल में अपराधी बेखौफ, चार दिन में मारपीट, फायरिंग और चाकूबाजी के चार नए मामले

आचार संहिता हटते ही भोपाल में बढ़ा क्राइम का ग्राफ, चार दिन में सामने आए चार गंभीर मामले, तीन मामलों के आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर, लॉ एंड आर्डर को लेकर उठ रहे गंभीर सवाल।

Updated: Dec 09, 2023, 02:40 PM IST

भोपाल। आचार संहिता हटते ही मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति खराब हो गई है। राजधानी में अपराधी बेखौफ हो गए हैं और वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। शहर में चार दिनों में मारपीट, फायरिंग और चाकूबाजी के चार मामले सामने आए हैं। हैरानी की बात ये है कि इनमें तीन मामलों के आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।

राजधानी भोपाल में हुई वारदातों ने चुनाव के दौरान और चुनाव के बाद भी कानून-व्यवस्था बनाए रखने के पुलिस के दावों की पोल खोल दी है। उल्लेखनीय है कि जब शहर में आदर्श आचार संहिता (MCC) लागू हुई थी, तब भी पुलिस नापाक गतिविधियों पर अंकुश लगाने में असमर्थ थी। हाल में हुए चार में से तीन घटनाएं पुराने शहर में हुईं, जबकि बाकी हबीबगंज में हुईं। 

पहला मामला शाहजहांनाबाद का है जहां खालिद नाम के एक व्यक्ति को उसके दो दोस्तों ने बुधवार को उस समय गोली मार दी जब उनके बीच हंसी-मजाक में विवाद का रूप ले लिया। घटना के बाद आरोपी फरार हो गए और अभी तक उनका पता नहीं चल पाया है। शाहजहांनाबाद में ही मंगलवार को अज्ञात हमलावरों ने चार लोगों पर तेज धार वाले हथियारों और सर्जिकल ब्लेड से हमला किया था। आरोपियों की पहचान और ठिकाना अभी भी पता नहीं चल पाया है।

मंगलवार को ही भाजपा कार्यकर्ता देवेन्द्र ठाकुर पर हबीबगंज में हमला हुआ। हमलावरों ने उनके उंगलियां और हाथ काट दिया। वह गंभीर रूप से घायल हैं। इसके पहले सोमवार को ऐशबाग में एक टेंट हाउस मालिक को चाकू मार दिया। इस मामले में भी पुलिस मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने में विफल रही है। हालाँकि, उन्होंने दो आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है, लेकिन मुख्य संदिग्ध अभी भी फरार है। 

बताया जा रहा है कि चुनाव संपन्न होने के बाद पुलिस की गश्त कम हो गई है, जो ऐसे मामलों में वृद्धि के पीछे मुख्य कारण हैं। गश्त अभियान केवल कुछ ही क्षेत्रों में देखा जाता है और पुराने शहर में गायब है।भोपाल के एडिशनल पुलिस कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) अवधेश गोस्वामी ने मीडिया से कहा कि अपराधियों ने पुलिस की राहत का फायदा उठाया और नापाक गतिविधियों का सहारा लिया। उन्होंने कहा कि उन सभी क्षेत्रों में कड़ी निगरानी कड़ी की जाएगी, जहां से घटनाओं की सूचना मिली है।