मध्य प्रदेश में दिसंबर ने तोड़ा ठंड का रिकॉर्ड, भोपाल-जबलपुर समेत 20 जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी
मध्यप्रदेश में इस बार दिसंबर की ठंड ने जनवरी को भी पीछे छोड़ दिया है।
मध्यप्रदेश में इस बार दिसंबर की ठंड ने जनवरी को भी पीछे छोड़ दिया है। भोपाल समेत कई शहरों में कड़ाके की सर्दी जारी है और पिछले 8 दिन से शीतलहर चल रही है, जो मंगलवार को भी जारी रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने भोपाल, जबलपुर समेत 20 जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है।
ठंड का असर इतना अधिक है कि भोपाल में 58 साल का सर्दी का रिकॉर्ड टूट चुका है। सोमवार रात को भोपाल का तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पचमढ़ी 1.9 डिग्री के साथ प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा, जबकि शहडोल के कल्याणपुर में पारा 2.3 डिग्री तक गिर गया। मंडला में 3 डिग्री, उमरिया और शाजापुर के गिरवर में तापमान 3.3 डिग्री तक दर्ज किया गया। ग्वालियर और जबलपुर जैसे प्रमुख शहरों में भी तापमान 5 डिग्री के आसपास रहा।
ठंड की वजह से भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत कई जिलों में स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों को सर्दी से बचाने के लिए हीटर लगाए गए हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मंगलवार के बाद शीतलहर का दौर कुछ समय के लिए थमने की संभावना है, लेकिन 25 दिसंबर से ठंड का दूसरा दौर शुरू होगा। जनवरी के अंत तक कड़ाके की ठंड जारी रहेगी और इस बार ठंडे दिनों की संख्या 45 तक पहुंच सकती है।
वरिष्ठ वैज्ञानिकों के अनुसार, इस बार जेट स्ट्रीम और पहाड़ों से आने वाली बर्फीली हवाओं ने ठंड को और बढ़ा दिया है। जमीन से 12 किलोमीटर ऊपर तेज गति से चलने वाली यह जेट स्ट्रीम उत्तर भारत में सक्रिय है, जिसकी वजह से प्रदेश में सर्दी का असर दोगुना हो गया है। इस साल दिसंबर की शुरुआत में ही ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, जबकि पिछले वर्षों में ठंड का असर दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में दिखता था।
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मौसम विभाग का कहना है कि जनवरी में भी ठंड का असर बना रहेगा, क्योंकि वेस्टर्न डिस्टरबेंस और जेट स्ट्रीम के चलते सर्द हवाएं प्रदेश को ठिठुरने पर मजबूर कर रही हैं।