RSS को बैन करने की मांग, जबलपुर में पोस्टर लगाने वाले दो छात्र नेता गिरफ्तार, थाने में कांग्रेस का हंगामा

रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर में आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की मांग वाले पोस्टर लगाने पर कांग्रेस छात्र संगठन के चार नेताओं पर मामला दर्ज हुआ।

Updated: Feb 03, 2025, 04:14 PM IST

जबलपुर। मध्य प्रदेश के कई शहरों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के खिलाफ चौक-चौराहों पर पोस्टर लगाए गए है। इसमें RSS को देश में प्रतिबंधित करने की मांग की गई है। इन पोस्टर्स को राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) की ओर से लगाया गया है, जिसे कांग्रेस ने भी खुला समर्थन दिया है।

जबलपुर शहर स्थित रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय परिसर में भी ये पोस्टर लगाए गए थे। विश्वविद्यालय प्रशासन की शिकायत पर पुलिस ने कांग्रेस के छात्र संगठन- एएनएसयूआइ के चार नेताओं पर आपत्तिजनक पोस्टर लगाने का मामला दर्ज करके दो नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें छुड़वाने के लिए जबलपुर से कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया भीड़ के साथ पहुंच गए।

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वे देर रात तक नारेबाजी करते हुए थाने पर धरना देकर बैठ गए। रात को तीन बजे तक चले हंगामा के बाद पुलिस ने दोनों गिरफ्तार एनएसयूआइ नेताओं को छोड़ दिया। बता दें कि एनएसयूआइ की ओर से आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर प्रदेशभर में पोस्टर अभियान चलाया जा रहा है।

रीवा में भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के खिलाफ चौक-चौराहों पर पोस्टर लगाए गए है। शहर के प्रमुख चौराहों पर लगाए गए इन पोस्टरों में आरएसएस को संविधान विरोधी संगठन बताया गया है। इसके अलावा, कुछ पोस्टरों में महात्मा गांधी की हत्या से जुड़े नारे भी लिखे गए हैं और संघ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है।

पोस्टर लगाए जाने के बाद भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आरएसएस हमेशा बाढ़, भूकंप और अन्य आपदाओं में सेवा कार्यों में अग्रणी रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह पोस्टर ओछी मानसिकता के तहत लगाए गए हैं, जिससे गलत संदेश फैलाया जा रहा है और लोगों को भ्रमित किया जा रहा है।