मध्यप्रदेश में तेजी से पैर पसार रहा डेंगू, चिकनगुनिया, डेंगू मरीज14 हजार से पार

प्रदेश में नहीं थम रहा डेंगू का कहर, चिकनगुनिया के मरीजों ने भी बढ़ाई चिंता, प्रदेश में चिकनगुनिया के 321 मरीजों की पुष्टि, भोपाल में सबसे ज्यादा 135 केस, राजधानी में डेंगू मरीजों का आंकड़ा 716 पहुंचा

Publish: Nov 23, 2021, 05:32 AM IST

Photo courtesy: Amar ujala
Photo courtesy: Amar ujala

भोपाल। मध्यप्रदेश में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बीते 24 घंटों में भोपाल में 3 नए मरीज मिलने के बाद कुल मरीजों की संख्या 716 हो गई है। भोपाल में रोजाना 3-4 नए मरीज मिल रहे हैं। इससे पहले आंकड़ा 5-6 रहता था। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो रोजाना दो दर्जन से ज्यादा सैंपलों की जांच में ये मरीज मिले हैं। कोलार के कई इलाकों में घरों में डेंगू का लार्वा मिलने की खबर है। वहीं हाल ही में मिले नए मरीज सरस्वती नगर, सेंट्रल जेल और राजीव कॉलोनी से हैं। फिलहाल इन  मरीजों की हालत स्थिर है। भोपाल समेत प्रदेश भर में प्रशासन डेंगू से बचाव के लिए कई प्रयास कर रहा है। कई कैंपेन चलाने के बाद भी मरीजों की संख्या में कमी नहीं हो पा रही है।

अब मध्यप्रदेश में डेंगू मरीजों की कुल संख्या 14 हजार से ज्यादा हो गई है। इस महीने प्रदेशभर में कुल 2644 मरीज मिल चुके हैं। सबसे ज्यादा केस ग्वालियर में सामने आए हैं। वहीं मंदसौर, रतलाम समेत 31 जिलों में 100 से ज्यादा डेंगू के मरीज मिले हैं। भोपाल में डेंगू के साथ-साथ चिकनगुनिया के केस भी बढ़ते जा रहे हैं। ग्वालियर में कुल मरीजों की संख्या 2200 से ज्यादा है। इस महीने नवंबर में ही 700 से ज्यादा केस सामने आए है। मंदसौर में दूसरे नंबर पर है, यहां अब तक 1286 मरीज मिले हैं।

प्रदेश में अब तक चिकनगुनिया के 321 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। भोपाल में 135 और जबलपुर में 102 मरीज मिले हैं।सरकारी रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि प्रदेश में महज 7463 मरीजों को ही अस्पताल में भर्ती करन की नौबत आई है। कुल 7190 मरीज रिकवर कर चुके हैं। करीब 180 मरीजों का इलाज प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में जारी है।

प्रदेश में लोगों को डेंगू से बचने के लिए जागरुक किया जा रहा है। घरों में पानी नहीं जमा होने देने साफ-सफाई रखने की सलाह दी जा रही है। ज्यादा संवेदनशील और घनी बस्तियों में लोगों को डेंगू का लार्वा खाने वाली मछली का वितरण किया जा रहा है।