छात्र नेता की गिरफ्तारी को दिग्विजय सिंह ने बताया लोकतंत्र पर प्रहार, कहा- तत्काल रिहा करे सरकार

एनएसयूआई मेडिकल विंग के संयोजक रवि परमार की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस नेताओं ने खोला मोर्चा, अरुण यादव बोले- अब क्या प्रदेश में घोटालों की जांच की मांग के लिए शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन भी नहीं कर सकते?

Updated: Feb 01, 2023, 05:23 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में नर्सिंग घोटाले की जांच की मांग को लेकर सत्याग्रह पर बैठे छात्र नेता रवि परमार की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इसे लोकतंत्र पर प्रहार करार देते हुए रवि परमार की तत्काल रिहाई की मांग की है।

सिंह ने ट्वीट किया, "मप्र में नर्सिंग घोटाले को लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआई नेता रवि परमार के साथ अपराधी जैसा बर्ताव कर हथकड़ी लगाकर जेल भेजना मप्र सरकार की अन्यायपूर्ण कार्रवाई है व लोकतंत्र पर प्रहार है। मैं रवि की तुरंत रिहाई की मांग करता हूँ।"

दरअसल, मध्य प्रदेश में पिछले तीन वर्षों से नर्सिंग छात्र-छात्राओं की परीक्षाएं नहीं हुई है। चिकित्सा शिक्षा विभाग में हुए नर्सिंग घोटाले की जांच भी नहीं हुई है। ऐसे में नर्सिंग घोटाले की जांच और परिक्षाओं के आयोजन की मांग को लेकर एनएसयूआई मेडिकल विंग के संयोजक रवि परमार के नेतृत्व में नर्सिंग स्टूडेंट्स चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के बंगले के बाहर बुधवार को सत्याग्रह पर बैठे थे। 

एनएसयूआई का आरोप है कि शांतिपूर्ण सत्याग्रह पर बैठे मेडिकल स्टूडेंट्स को पुलिस ने बर्बरतापूर्वक पीटा। इसके बाद पुलिस घसीटते हुए छात्र नेता रवि परमार को टीटी नगर थाने ले गई जहां से उन्हें सेंट्रल जेल भेज दिया गया। एनएसयूआई कार्यकर्ता लक्की चौबे ने आरोप लगाया कि मंत्री सारंग के इशारों पर पुलिस अधिकारियों ने हमारे नेता रवि परमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। परमार की गिरफ्तारी के खिलाफ एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने बुधवार देर शाम कैंडल मार्च निकालकर कानून व्यवस्था को सांकेतिक श्रद्धांजलि भी दी।

मामले पर नाराजगी जाहिर करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने लिखा कि, "मप्र में भाजपा सरकार की हिटलरशाही जारी है। नर्सिंग घोटाले के ख़िलाफ़ आवाज उठाने वाले एनएसयूआई के छात्र नेता रवि परमार को हथकड़ी लगाकर जेल भेज दिया गया। अब क्या प्रदेश में घोटालों की जांच की मांग के लिए शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन भी नहीं कर सकते ? रवि परमार को रिहा करो।"

वहीं वरिष्ठ नेता अजय सिंह राहुल ने लिखा कि, "चिकित्सा शिक्षा विभाग में व्याप्त अनियमितताओं और नर्सिंग घोटाले के विरोध में साथी रवि परमार के नेतृत्व में आंदोलन कर रहे एन एस यू आई के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज हुआ। इसके बाद उन्हें जेल भेजा गया।सरकार दमन के बल पर आंदोलन को दबाना चाहती है। डरी हुई सरकार सच का सामना नहीं कर पा रही।"