चुनाव हारने के बाद भी मेरे पास गाड़ी-बंगला, लाव-लश्कर सब है, शान–ओ–शौकत का बखान करते दिखी इमारती देवी

डबरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए इमरती देवी ने कहा कि चुनाव हारने के बाद भी सिंधिया जी के आशीर्वाद से मुझे कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला है, अफसर मेरे आगे-पीछे घूमते हैं।

Updated: Feb 24, 2023, 02:14 PM IST

डबरा। बीजेपी की बड़बोली नेत्री इमरती देवी अपनी उटपटांग बयानबाजी को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहती हैं। सिंधिया समर्थक इमरती का एक और वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह जनता के सामने अपनी शानो-शौकत की बखान कर रही हैं। वीडियो में इमरती बड़े गर्व के साथ कहती हैं कि चुनाव हारने के बाद भी मेरे पास सरकारी गाड़ी-बंगला, लाव-लश्कर सब है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष और पूर्व मंत्री इमरती देवी ने ये बात गुरुवार शाम को ग्वालियर के डबरा में आयोजित विकास यात्रा में कही। इमरती देवी कहती हैं कि, "ना मुझे हार से मतलब और न मुझे जीत से मतलब। मैं चुनाव हारी नहीं, बल्कि मैं जीती हूं। आप ही बताइए अगर मैं हार गई होती, तो ये गाड़ी हमारे लिए होती? ये पुलिस हमारे लिए होती? ग्वालियर और भोपाल में सरकारी बंगला होता? नहीं होता। मैं तो जीती हूं। हारे तो आप लोग हो। इसलिए हारे हो, क्योंकि हम जीत जाते, तो डबरा का कितना विकास होता। लेकिन आज डबरा का विकास रुका हुआ है, इसलिए मैं खुद को हारा हुआ नहीं मानती। हारी तो डबरा की जनता है।"

इमरती देवी आगे कहती हैं कि, "ये तो मुख्यमंत्रीजी और सिंधिया जी का आशीर्वाद है कि मुझे तो आज भी तनख्वाह मिल रही है। मेरे पास कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी है। लघु उद्याेग विकास निगम में सरकारी गाड़ी भी है, बंगला भी है, सब सरकारी है मेरे पास। अफसर मेरे आगे-पीछे घूमते हैं। प्रशासन भी मेरे साथ है। आपको क्या मिला? आपको न डीपी मिला, न हैंडपंप मिले। मैं कुछ करने के लिए हमेशा आगे देखती हूं, पीछे नहीं देखती कि होगा क्या। जो करती हूं, अपने मन से कर देती हूं। इमरती न कभी किसी के बंधन में रही और न रहेगी। इमरती सेल्फ स्टार्ट है और सेल्फ स्टार्ट रहेगी।"

बता दें कि इमरती देवी 2018 का विधानसभा चुनाव ग्वालियर की डबरा सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीती थीं। लेकिन साल 2020 में वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ पाला बदलकर बीजेपी में शामिल हो गई थीं। उपचुनाव में इमरती देवी बीजेपी के टिकट पर डबरा से दोबारा चुनाव लड़ने उतरीं। कांग्रेस ने उनके समधी सुरेश राजे को अपना प्रत्याशी बनाया। इस चुनाव में कांग्रेस के सुरेश राजे ने इमरती देवी को बुरी तरह से हरा दिया था। इमरती अपनी हार के लिए पार्टी में भीतरघात को जिम्मेदार बताती हैं।