मतगणना को लेकर कांग्रेस सचेत, गड़बड़ियों की शिकायत के लिए जारी किया हेल्पलाइन नंबर

लोकसभा चुनाव के वोटों की गिनती से पहले संभवत: पहली बार ऐसा किया गया है कि कांग्रेस ने वर्कशॉप आदि करके अपने कार्यकर्ताओं को और पोलिंग एजेंटों को मतगणना की ट्रेनिंग दी है।

Updated: Jun 03, 2024, 08:55 PM IST

नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों की मतगणना कल यानी मंगलवार 4 जून को होगी। मतगणना में किसी किस्म की धांधली न हो पाए, इसके लिए सभी दल विपक्षी दल ‘सचेत’ हैं। विपक्षी दलों के कार्यकर्ता टोलियों में मतगणना केंद्रों के बाहर रहकर लगातार निगरानी कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस ने गड़बड़ियों को रोकने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।

कांग्रेस पार्टी की ओर से सोमवार को कार्यकर्ताओं के नाम संबोधित एक पत्र में कहा गया है कि ये जनता का चुनाव है। पिछले दिनों हम सबने देखा कि भाजपा के नेता और उनकी सरकार चुनाव के दौरान लोकतंत्र और संविधान की मर्यादा का उल्लंघन करते हैं। इसलिए कल, वोटों की गिनती के समय हमें सतर्क और सावधान रहना होगा।

कांग्रेस पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा है कि घरों में बैठकर न्यूज़ चैनलों पर रिज़ल्ट देखने की बजाय पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को ज़िला कांग्रेस दफ्तरों और राज्यों के कांग्रेस मुख्यालय में सुबह से ही पहुँचना होगा। हर राज्य के प्रभारी सुनिश्चित करें कि कांग्रेस दफ़्तरों में कार्यकर्ताओं के लिए पर्याप्त इंतज़ाम हो। जहां भी ज़रूरत पड़े वहाँ कार्यकर्ताओं को तुरंत भेजने की व्यवस्था हो। 

इसके अलावा दिल्ली में कांग्रेस का Monitoring Center 24 घंटे खुला रहेगा। पार्टी ने कहा है कि अगर लगता है कि कहीं गड़बड़ी हो रही है तो मोबाइल पर उसे रिकार्ड कर लें। हम मोबाइल नंबर जारी कर रहे है। उस पर वो तुरंत भेजे। साथ में काउंटिंग सेंटर का नंबर और लोकसभा क्षेत्र की जानकारी लिख कर भेजें। कांग्रेस का हर कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र में जनता के साथ संपर्क में रहें। हर जानकारी कांग्रेस मुख्यालय तक पहुँचायें।

कांग्रेस ने इस संदेश में कहा है कि गिनती की प्रक्रिया में हमें किसी भी संभावित गड़बड़ी को रोकना होगा। इस बार का चुनाव परिणाम लोकतंत्र बचाने का जनादेश लेकर आयेगा। सभी सजग रहें। हम सब मिलकर बदलेंगे हालात। पार्टी ने वीडियो भेजने के लिए +917982839236 और शिकायत बताने के लिए +919560822897 नम्बर पर संपर्क करने को कहा है। बता दें कि इस बार संभवत: पहली बार ऐसा किया गया है कि राजनीतिक पार्टियों ने वर्कशॉप आदि करके अपने कार्यकर्ताओं को और पोलिंग एजेंटों को मतगणना की ट्रेनिंग दी है।