बाढ़ की तबाही की चपेट में हजारों लोग, ग्वालियर चंबल में 2500 से ज्यादा लोग फंसे

पिछले एक हफ्ते से लगातार हो रही बारिश बनी आफत, अकेले शिवपुरी में दो हजार से ज्यादा लोग बाढ़ की चपेट में, सौ से ज्यादा गांव खाली कराने की तैयारी

Updated: Aug 04, 2021, 05:14 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल अंचल में बाढ़ ने हाहाकार मचा रखा है। अंचल की करीब 2500 से ज्यादा आबादी मदद की आस लगाए बैठी है। अकेले शिवपुरी के 100 से ज्यादा गांव बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हैं। सोशल मीडिया पर लागतार सरकार से मदद की मांग उठ रही है। 

इस त्रासदी में अब तक सात लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। जबकि 25 लोग लापता बताए जा रहे हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से दो बार फोन पर बात कर जानकारी ली है। सीएम शिवराज आज बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा कर सकते हैं।

लगातार हो रही बारिश और उफनती नदियों ने श्योपुर, दतिया, शिवपुरी, और ग्वालियर ज़िले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। बाढ़ का सबसे बड़ा केंद्र शिवपुरी बना हुआ है। यहां करैरा और पोहरी विधानसभा क्षेत्र के 100 से ज्यादा गांवों को मदद की दरकार है। शिवपुरी से ही लगे भितरवार और मोहना में स्थिति इतनी डरावनी है कि कूनो और नोन नदियों के किनारे बसे कई गांव डूब गए हैं। 

शिवपुरी के नरवर में ही 12 लोगों के पानी में बहने की सूचना है। पानी के बहाव में बहकर ये लोग कहां गए, इसकी कोई जानकारी नहीं है। हालांकि मंगलवार रात को हुए रेस्क्यू ऑपरेशन में 1900 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया गया है। राहत बचाव कार्य टीम बाढ़ की चपेट में आए शिवपुरी के सौ से अधिक गांवों को खाली कराने की तैयारी में जुटी हुई है।

शिवपुरी के अलावा ग्वालियर में भी स्थिति बेहद चिंताजनक है। ग्वालियर में भी 100 से ज्यादा गांव बाढ़ की जद में हैं। भितरवार में तो हालात के बेकाबू होने का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वहां के कई गांवों में बचाव दल की टीम भी नहीं जा पा रही है। लोग खुद के बचाव के लिए गांव के ऊंचे स्थानों और मंदिरों में जाकर जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। 

दतिया में हालात कमोबेश ऐसे ही हैं। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के गृह जिले में सिंध नदी के उफान पर होने के कारण रतनगढ़ पुल और लांच पुल बह गया है। यहां 18 फीट तक पानी का बहाव है। रतनगढ़ के पास का पुल भी पानी में डूब गया है। दतिया में करीब 50 से ज्यादा गांवों के बाढ़ में फंसे होने की संभावना है। 

सोशल मीडिया पर लागतार लोग अपने परिचितों तक मदद पहुंचाने की गुहार लगा रहे हैं। अपने पड़ोसी गांव में फंसे लोगों को बचाने की गुहार लगाते हुए एक व्यक्ति ने कहा, सुन लो सरकार..मदद करो..!शिवपुरी जिले में नरवर के पास मेरे पड़ौसी चिताहरी गांव में जगजीत सिंह का परिवार पिछले 25 घंटे से फंसा है, रौद्र रूप दिखाती सिंध नदी के तेज बहाव में कभी भी ये मकान ढह सकता है..!

 

वहीं राज्य सरकार ने भी लोगों को सुरक्षित बचाने के लिए सेना की मदद मांगी है। सेना और एनडीआरएफ की टीम लोगों को रेस्क्यू करने के लिए मैदान में उतर गई है। दूसरी तरफ मौसम विभाग ने ग्वालियर चंबल के मुरैना, भिंड, अशोकनगर, दतिया और गुना ज़िले में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है।