स्मार्ट सिटी की नाक तले कचरा, ग्वालियर में लगा गंदगी का अंबार, कांग्रेस बोली- सिंधिया का विकास मॉडल

ग्वालियर स्मार्ट सिटी में स्मार्ट कचरा निष्तारण के दावों की खुली पोल, सामने पड़ा कचरों का ढेर, कोई खोज खबर लेने वाला नहीं, कांग्रेस नेता ने उठाया स्वच्छता का मुद्दा

Updated: Aug 02, 2021, 04:32 AM IST

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर को इंदौर की तरह स्वच्छ बनाने के लिए नगर निगम करोडों रुपए खर्च कर रही है। ग्वालियर को स्मार्ट सिटी सूची में रखा गया है। दावा किया जाता है कि यहां कचरों का भी स्मार्ट निष्तारण किया जाता है। इसके लिए हाईटेक कचरा स्टेशन भी बनाए गए हैं। हालांकि, धरातल की स्थिति इन कागजी दावों से बिल्कुल उलट हैं।

कांग्रेस के स्थानीय नेता सुनील शर्मा ने स्मार्ट सिटी ग्वालियर में स्वच्छता की पोल खोल दी है। उन्होंने एक वीडियो साझा किया है जिसमें देखा जा सकता है कि ग्वालियर शहर में कचरों का अंबार लगा है। उन्होंने लिखा है कि, 'ग्वालियर विधानसभा की दुर्दशा है नाले भरे पड़े हैं रोड पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं गंदगी का अंबार है करोड़ रुपए खर्च ग्वालियर को स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है यह कैसी स्मार्ट सिटी है जनता सब देख रही है।' 

शर्मा ने कहा है कि, 'ग्वालियर में लोगों का जीना दूभर हो गया है। लोग घरों से निकल नहीं पा रहे हैं। ये स्मार्ट सिटी है! एक तरह स्मार्ट सिटी को लेकर बड़ी-बड़ी बातें की जा रही है और दूसरी तरफ जनता नरक भोग रही है। हम सीएम से मांग करते हैं कि जनता की परेशानी दूर कीजिए नहीं तो इस्तीफा दीजिए।' मध्य प्रदेश कांग्रेस ने इसे सिंधिया का विकास मॉडल करार दिया है।

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लाखों का हुआ कचरा घोटाला 

ग्वालियर शहर में कुव्यवस्था को लेकर ये कोई पहली खबर नहीं है, बल्कि नगर निगम द्वारा यहां वर्षों से मनमानी की जाती रही है। इसके पहले यहां कचरा घोटाला का भी पर्दाफाश हो चुका है। कचरों के परिवहन के नाम पर लाखों रुपए के गोलमाल की खबरें यहां से लगातार आती रहती है। इससे बचने के लिए कचरा परिवहन करने वाले वाहनों में लाखों रुपए के जीपीएस ट्रैकर लगे, लेकिन इन सब उपायों का कोई लाभ होता नहीं दिख रहा है।