ग्वालियर-चंबल अंचल में भारी बारिश, बाढ़ से घिरा डबरा, एयरलिफ्ट करने हैदराबाद से आ रही NDRF की टीम
डबरा कस्ब और सेंकरा गांव बाढ़ से घिर गया है। लोगों को रेस्क्यू करने हैदराबाद से 60 लोगों की टीम एयरफोर्स के विशेष विमान से आ रही है।
भोपाल। मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में जोरदार बारिश का दौर जारी है। ग्वालियर-चंबल अंचल में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। निचली बस्तियां जलमग्न हैं। लगभग सभी डैम फुल हैं और नदियां उफान पर हैं। पिछले 24 घंटे में ग्वालियर में 8 इंच और भोपाल में ढाई इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक डबरा कस्ब और सेंकरा गांव बाढ़ से घिर गया है। लोगों को रेस्क्यू करने हैदराबाद से 60 लोगों की टीम एयरफोर्स के विशेष विमान से आ रही है। एनडीआरएफ की टीम लोगों को हेलिकॉप्टर से एयरलिफ्ट करेगी। स्थानीय प्रशासन बाढ़ में फंसे 325 लोगों को निकाल चुका है।
डबरा के सेंकरा, सरबा, सिरसा, मितगन, नंदू का डेरा, कैथोदा सहित करीब 10 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। ड़बरा शहर में ही कई इलाकों में लोग प्रभावित हैं। भीतरवार क्षेत्र में पार्वती नदी उफान पर है। 30 से ज्यादा गांव प्रभावित हैं। इधर, भिंड में क्वांरी, सांक और सिंध नदी खतरे के निशान पर बह रही हैं। 50 गांवों में अलर्ट है। मुरैना जिले के दो डेम व शिवपुरी जिले के एक डेम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इसका असर भिंड जिले में बहने वाली नदियों पर पड़ रहा है।
शिवपुरी जिले में मड़ीखेड़ा बांध के गेट खोल दिए गए हैं। इस कारण से सिंध नदी में लगातार जलस्तर बढ़ रहा है। दतिया जिले के सेंबढ़ा कस्बे के नजदीक सनकुआं घाट पर स्टेट टाइम का पुराना पुल पानी में डूब गया है। इस पुल पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। इधर भिंड जिले लहार, मिहोना, रौन व भिंड सर्किल के कुल 33 गांव प्रभावित हो रहे हैं। इन गांव में अलर्ट जारी किया गया है।
उधर, नर्मदापुरम में नर्मदा नदी खतरे के निशान से 7 फीट नीचे बह रही है। इंदिरा सागर बांध के 12, ओंकारेश्वर बांध के 11 गेट और मड़ीखेड़ा डैम के 4 गेट से पानी छोड़ा जा रहा है। भोपाल में केरवा के 3, कलियासोत के 2-भदभदा का 1 गेट खुला है।