डिलीवरी की तय तारीख से पहले बच्चों को जन्म, अभिजीत मुहुर्त में इंदौर में दो सौ से ज्यादा बच्चे जन्मे

गर्भवती महिलाओं ने 22 जनवरी के शुभ मुहूर्त को ऐतिहासिक बनाने के लिए अपने पतियों की सहमति से डिलीवरी डेट से पहले ही ऑपरेशन कराकर बच्चों को जन्म दिया।

Updated: Jan 22, 2024, 06:35 PM IST

इंदौर। अयोध्या में 22 जनवरी को राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर देशभर में हिंदू धर्म के लोगों में जश्न का माहौल है। ग्राहकों ने बड़े शुभ मुहूर्त में खरीदी करने के लिए बड़े पैमाने पर बुकिंग कराई। वहीं, महिलाओं ने शुभ मुहूर्त को ऐतिहासिक बनाने के लिए अपने पतियों की सहमति से डिलीवरी डेट से पहले ही ऑपरेशन कराकर बच्चों को जन्म दिया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक मध्य प्रदेश के इंदौर में अभिजीत मुहुर्त में इंदौर में दो सौ से ज्यादा डिलीवरी हुई। सरकारी एमटीएच अस्पताल में आज 14 डिलीवरी हुई है इनमें 6 मेल हैं। दोपहर 12:00 से 12:30 के बीच 4 बच्चे हुए हैं जिनमें दो मेल हैं। इसी तरह पीसी सेठी हॉस्पिटल में अभी तक 10 डिलीवरी हुई है जिसमें 4 मेल चाइल्ड हैं।

दरअसल, प्रेगनेंट महिलाएं चाहती थीं कि गर्भस्थ शिशु के जीवन की शुरुआत इस विशेष दिन से हो। खासकर अभिषेक मुहूर्त को लेकर डॉक्टरों के पास विशेष अनुरोध आए थे। सरकारी और निजी अस्पतालों को मिलाकर इंदौर शहर में 200 से ज्यादा बच्चे जन्म लिए। यह सामान्य दिनों के मुकाबले काफी ज्यादा है। सामान्य दिनों में 100 से 120 तक डिलीवरी होती हैं। 

एमजीएम मेडिकल कॉलेज के एमटीएच अस्पताल की प्रभारी डॉ. सुमित्रा यादव ने बताया कि सोमवार को करीब 60 डिलीवरी हुई। वहीं पीसी सेठी अस्पताल के प्रभारी डाॅ. वीरेंद्र राजगीर के मुताबिक, अस्पताल में 30 से ज्यादा प्रसूतियां इस दिन हुई।

भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर समेत प्रदेशभर के कई अस्पतालों में इसी तरह का ट्रेंड देखने को मिला। डिलीवरी के बाद किसी ने अपने बच्चे का नाम राम रखा तो किसी ने राघव। प्रसुताओं ने डिलीवरी की तय तारीख से पहले ही बच्चों को जन्म देने के लिए आज का दिन चुना था। ये महिलाएं खुद को और अपने बच्चों को भाग्यशाली मान रही हैं।

जबलपुर के लेडी एल्गिन अस्पताल में रात 12 बजे के बाद से सोमवार दोपहर तक 7 बच्चों ने जन्म लिया। इनमें चार लड़के और तीन लड़कियां हैं। परिवारजनों ने इन बच्चों के नाम भगवान राम-सीता पर रखे है। जबलपुर के घमापुर की रहने वाली अनुराधा विश्वकर्मा ने बेटी को जन्म दिया। अनुराधा ने बताया कि यह पहला बच्चा है। वह अपनी बेटी का नाम नंदिनी रखेंगी। नंदिनी माता सीता का नाम है। अनुराधा ने कहा कि बेटा होता तो श्रीराम नाम रखते।