JEE Main Exams: शिवराज सिंह का मुफ्त परिवहन का वादा निकला झूठा

Kamal Nath: स्टूडेंट्स हुए परेशान, नि:शुल्क परिवहन सुविधा देने की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की घोषणा को अफसरों ने किया फेल, नहीं उठाए फोन,

Updated: Sep 03, 2020, 12:15 AM IST

भोपाल। देश भर में विरोध के बाद भी केंद्र सरकार जेईई मेन एग्जाम का आयोजन कर रही है। कोरोना संकट के बीच संक्रमण के भय और परिवहन की असुविधाओं को देखते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने  घोषणा की थी कि राज्य सरकार जेईई मेन एग्जाम देने आने वाले स्टूडेंट्स को मुफ़्त परिवहन सुविधा देगी। कलेक्टरों को वाहनों का इंतजाम करने को कहा गया था। मगर पहले ही दिन मुख्यमंत्री चौहान की घोषणा केवल वादा भर साबित हुआ। माता पिता वाहन सुविधा के लिए कॉल सेंटर पर फोन लगाते रहे मगर अफसरों ने न बसों का इंतज़ाम किया और न किसी ने फोन उठाया। 

जेईई मेन के लिए भोपाल में 4 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। हर केंद्र में करीब 240 बच्चों को परीक्षा दिलवाने की व्यवस्था की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आसपास के जिलों से इन केंद्रों तक आने में लोगों को काफ़ी परेशानी हुई। लोगों के अनुभव बताते हैं कि परिवहन सुविधा कोरा वादा भर है। परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने के लिए लोग फोन लगाते रहे लेकिन फोन रिसिव नहीं हुए। कई घंटों तक जब कोई रिस्पोंस नहीं मिला तो पिता खुद बाइक चला कर बच्चों को परीक्षा दिलवाने भोपाल ले कर आए। 

 

 

शिवराज की जेईई की घोषणा का हश्र बाकी घोषणाओं की ही तरह : कमल नाथ 

व्यवस्था की नाकामी को देखते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आड़े हाथों लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री की इस घोषणा का भी वही हश्र हुआ, जो अमूमन बाकी घोषणाओं का होता है।

कमल नाथ ने ट्वीट किया है कि 'शिवराज जी आपकी एक और घोषणा का हश्र पुरानी घोषणाओं की तरह ही हुआ जेईई - मेन्स व नीट परीक्षा को लेकर आपने प्रदेश में परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रो तक पहुँचने के लिये सरकार की ओर से नि:शुल्क परिवहन सुविधा उपलब्ध कराये जाने की घोषणा बढ़-चढ़कर की थी।' 

 

 

कमल नाथ अपने एक अन्य ट्वीट में कहा है 'कल जेईई - मेन्स की परीक्षा के दौरान इस घोषणा का हश्र भी आपकी पुरानी घोषणाओं की तरह ही हुआ।सैकड़ों परीक्षार्थी व उनके परिजन परेशान होते रहे , उन्हें आपकी इस परिवहन सुविधा का लाभ नहीं मिला , वे परेशान होकर परीक्षा केन्द्र तक बमुश्किल पहुंच पाए।