मतदान से पहले ही क्या बोरिया बिस्तर समेटने लगे शिवराज, बंगले की तस्वीरें जारी कर कांग्रेस ने बोला हमला

क्या वोटिंग से पहले ही सीएम हाउस छोड़ने की तैयारी कर चुके हैं शिवराज सिंह चौहान, कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले के ट्वीट से गरमाई सियासत

Updated: Nov 16, 2023, 04:38 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग शुरू होने में अब कुछ घंटे ही शेष हैं। चुनाव पूर्व भारी एंटी इनकम्बेसी से जूझ रही भाजपा द्वारा लोगों को लुभाने के तरह तरह के हथकंडे अपनाए गए। हालांकि, भाजपा सरकार के खिलाफ लोगों में नाराजगी कम नहीं हुई। आलम ये है कि अब भाजपा नेता भी दबी जुबान कहने लगे हैं कि शिवराज सरकार की विदाई की बेला आ गई है। इसी बीच कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले के एक ट्वीट से प्रदेश की सियासत गरमा गई है।

दरअसल, कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पियूष बबेले ने शिवराज सिंह चौहान के दूसरे बंगले की तस्वीरें जारी की है। यह बंगला रिंग रोड नंबर 1 पर है। बताया जा रहा है कि दो बंगले को जोड़कर इसे बनाया गया है और इसपर शासन ने दो करोड़ से अधिक रुपए खर्च किए हैं। ये बंगला शिवराज सिंह चौहान के नाम पर ही एलॉटेड है। जानकारों का कहना है कि सीएम शिवराज पद से हटने के बाद इसी बंगले में शिफ्ट होंगे। चूंकि, उन्हें हार का आभास पहले से था इसलिए उन्होंने अपने रहने की तैयारी पहले से कर ली थी। 

पीयूष बबेले बंगले का वीडियो ट्वीट कर लिखते हैं, 'राजनैतिक प्रतिद्वंदिता होने के बावजूद शिवराज जी की दूरदर्शिता का क़ायल होना पड़ेगा। मतदान से पहले उन्होंने अपना नया बंगला तैयार कर लिया है। यह बंगला सीएम हाउस से काफ़ी दूर है और इसे पूर्व भाजपा अध्यक्ष स्व नंद कुमार चौहान के बंगले को मर्ज़ करके बनाया गया है। क़रीब दो साल से काम चल रहा था। मतदान से ठीक पहले कम्पलीट हुआ, मतगणना के बाद गृह प्रवेश करना आसान रहेगा। यही असली एग्जिट पोल है।'

फिलहाल भाजपा की ओर से इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, पार्टी नेताओं के बीच पीयूष बबेले का यह ट्वीट चर्चा का विषय जरूर है। भाजपा से जुड़े एक उच्च पदस्थ व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि, 'पार्टी के अंतरिक सर्वेक्षणों में भी कांग्रेस स्पष्ट बहुमत से सरकार बनाती दिख रही है। पार्टी नेताओं को शुरुआत में उम्मीद थी की लाड़ली बहना योजना से लोगों की नाराजगी कम होगी। हालांकि, इसका कोई फायदा होता नजर नहीं आ रहा है, क्योंकि जनता मूड बना चुकी है और लोग बदलाव चाहते हैं।'