विश्वास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा मध्य प्रदेश का चुनाव, झूठ की मशीन हैं सीएम शिवराज: कमलनाथ

कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी द्वारा भगवान बजरंग बली के नाम का दुरुपयोग करने का भरपूर प्रयास किया गया, बावजूद कांग्रेस की कुल सीटों की 50% सीटें भी नहीं जीत पाए: कमलनाथ

Updated: May 15, 2023, 02:20 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व पूर्व सीएम कमलनाथ सोमवार को केवट जयंती के मौके पर पीसीसी मुख्यालय पहुंचे। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश का चुनाव विश्वास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा। सीएम शिवराज सिंह चौहान झूठ की मशीन हैं।

पीसीसी चीफ ने कर्नाटक चुनाव नतीजों का जिक्र करते हुए कहा कि, 'कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी द्वारा भगवान बजरंग बली के नाम का दुरुपयोग करने का भरपूर प्रयास किया गया। वहां किस प्रकार पैसे का दुरुपयोग किया गया... उसके बावजूद वे कांग्रेस की कुल सीटों की 50 फीसदी सीटें भी नहीं जीत पाए। भाजपा महज 64 सीटों पर सिमट कर रह गई।'

कमलनाथ ने बताया कि कांग्रेस का वचन पत्र का काम अंतिम चरण में है और किसान कर्जमाफी से लेकर तमाम घोषणाओं को वचन पत्र में शामिल किया गया है। बता दें कि कल कमलनाथ के आवास पर वचन पत्र समिति की अहम बैठक भी हुई थी। इस बैठक में वचन पत्र के अंतिम स्वरूप को लेकर चर्चा की गई। माना जा रहा है कि अगले महीने 12 जून को जबलपुर में प्रियंका गांधी इस वचन पत्र को लॉन्च कर सकती हैं।

कमलनाथ ने बताया कि कांग्रेस द्वारा लॉन्च किए गए नारी सम्मान योजना को पूरे मध्य प्रदेश से बहुत अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। उन्होंने कहा, 'अंत में मुद्दा यह होगा कि जनता किस पर विश्वास करती है और इसी विश्वास के मुद्दे पर मध्य प्रदेश का चुनाव लड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह इन दिनों झूठ की मशीन और घोषणा मशीन बने हुए हैं। वह जहां जाते हैं शिलान्यास करते हैं, जेब में नारियल लेकर चल रहे हैं। परंतु जनता बेहद समझदार है, सब समझ रही है।'

एक सवाल के जवाब में पूर्व सीएम ने कहा कि, 'यदि मध्य प्रदेश में कट्टरपंथी संगठनों की घुसपैठ हुई है तो यह पुलिस प्रशासन का दायित्व होना चाहिए कि ऐसी शक्तियों से मध्य प्रदेश को मुक्त करें। बजरंग दल बैन से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने यह बात एक बार नहीं अनेकों बार कहीं है कि जो व्यक्ति या संगठन समाज में नफरत, वैमनस्यता और बांटने की बातें करें उन पर बैन लगना चाहिए और कार्रवाई होनी चाहिए। हम किसी व्यक्ति अथवा संस्था को टारगेट करने का कार्य नहीं करेंगे।'

द केरल स्टोरी फिल्म को लेकर पूर्व सीएम ने कहा कि मैंने केरल स्टोरी नहीं देखी और इस विषय में ज्यादा जानकारी नहीं है। परंतु आम मतदाता अब बहुत समझदार हो चुका है। वह समझ रहा है कि धार्मिक मुद्दों को राजनीतिक मंच पर भाजपा लेकर आ रही है और अपने कार्यकाल का हिसाब नहीं दे रही है। कर्नाटक का सीएम कौन होगा इस सवाल के जवाब के पूर्व सीएम ने कहा कि, 'सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दोनों मेरे करीबी हैं। मेरी दोनों से लगातार बात हो रही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी मेरी बात हुई है। आज डीके शिवकुमार का जन्मदिन भी है। मुख्यमंत्री कौन होगा इस विषय में मैं कुछ नहीं बोलना चाहता।'