MP UG/PG : बिना परीक्षा मिलेगा प्रोमोशन

MP Higher Education : परीक्षा देकर अच्छे अंक हासिल करने का भी होगा विकल्प, परीक्षा की तारीख के लिए करना होगा इंतज़ार

Publish: Jun 23, 2020, 09:05 PM IST

Photo courtesy : aks university
Photo courtesy : aks university

मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग और तकनीकी शिक्षा विभाग ने स्नातक और स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों को जनरल प्रोमोशन देने का फैसला किया है। साथ ही अंतिम वर्ष के छात्रों के पूर्व सेमेस्टरों में सर्वाधिक प्राप्तांक को अंतिम सत्र का प्राप्तांक मानकर परिणाम घोषित किया जाएगा। यदि अंतिम सत्र का कोई छात्र परीक्षा देकर अपने अंकों में सुधार चाहता है तो उसके लिए अलग से ऑफलाइन परीक्षा करवाई जाएगी।

सोमवार रात हुई बैठक में स्कूली शिक्षा विभाग के द्वारा बोर्ड परीक्षाओं के परिणामों को लेकर भी चर्चा की गई और संभावित तिथियां बताई गई।

सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। विभाग ने महाविद्यालयों को आदेश दिया है कि स्नातक के प्रथम व द्वितीय वर्ष और स्नातकोत्तर के प्रथम वर्ष के छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर जनरल प्रोमोशन दिया जाए। अन्तिम वर्ष के छात्रों पर परीक्षा में उपस्थित होने का कोई दबाव नहीं होगा। जो छात्रा परीक्षा देना चाहेंगे उनकी सूची तैयार कर अलग तिथि निकली जाएगी और परीक्षा केंद्र निर्धारित किया जाएंगे। बाकी छात्रों को प्रथम व द्वितीय वर्ष अथवा सत्रों में प्राप्त सर्वाधिक अंक के आधार पर ही डिग्री दी जाएगी।

मध्य प्रदेश के सभी स्नातक, स्नातकोत्तर व तकनीकी महाविद्यालय व विश्वविद्यालयों पर यह नियम लागू रहेंगे। राज्य में लगभग 17 लाख 77 हज़ार छात्र महाविद्यालयों में अंतिम सत्र की पढ़ाई कर रहे हैं। इस फैसले की जानकारी देते हुए मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया कि कोविड 19 से उत्पन्न विपरीत परिस्थितियों में मैंने कुछ फैसले किये हैं। स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षार्थियों को गत वर्ष/सेमेस्टर या आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अगली कक्षा या सेमेस्टर में प्रवेश दिया जायेगा। स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षार्थियों के पूर्व वर्षों/सेमेस्टर्स के सर्वाधिक अंकों के आधार पर अंतिम वर्ष/सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम घोषित किये जायेंगे। जो परीक्षा देकर अपने अंकों में सुधार चाहते हैं, वे आगामी घोषित तिथि पर ऑफलाइन परीक्षा दे सकेंगे।

 

स्‍कूल 31 जुलाई तक बंद

बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी भी शामिल हुए और उन्होंने 31 जुलाई तक सभी स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया। बैठक में मुख्यमंत्री  ने कहा कि उक्त तिथि के बाद ही आगे की रणनीति बनाई जाएगी। बच्चों की सेहत के साथ कोई खिलवाड़ ना हो इस बात का ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश बोर्ड की दसवीं के परिणाम जुलाई के पहले हफ्ते में और 12 वीं के परिणाम जुलाई के तीसरे हफ्ते में घोषित किए जा सकते हैं।  मुख्यमंत्री ने कहा कि को छात्र किसी कारणवश अपनी परीक्षाएं नहीं दे पाएं थे, उन्हें दोबारा मौका दिया जाएगा।

इस बारे में बताते हुए सीएम ने ट्वीट किया है कि, "मेरे बच्चों, स्कूलों को खोलने के संबंध में 31 जुलाई को समीक्षा कर निर्णय लेंगे। 12वीं कक्षा के ऐसे विद्यार्थी जो किसी कारणवश 12वीं की परीक्षा नहीं दे पाये हैं, उनके लिए एक बार फिर परीक्षा आयोजित होगी। मेरे बच्चों मैं सतत तुम्हारे उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रयत्नशील हूं।"