ग्वालियर में प्रियंका गांधी की महारैली, बोलीं- भैया-बहनन को राम-राम, भाजपा जाएवे बारी है

मैं पीएम, शिवराज और सिंधिया के बारे में 10-10 मिनट बोली सकती हूं। सिंधिया के बारे में भी 10 मिनट बोल सकती हूं, कि किस तरह राजनीत की दिशा बदल दी। लेकिन मैं ध्यान भटकाने नहीं आई हूं: प्रियंका गांधी

Updated: Jul 21, 2023, 02:19 PM IST

ग्वालियर। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ ग्वालियर पहुंचीं। यहां उन्होंने वीरांगना लक्ष्मीबाई को पुष्पांजलि अर्पित कर मेला ग्राउंड पर आयोजित जन आक्रोश रैली को संबोधित करने पहुंचीं। प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन की शुरुआत बृज भाषा में की। उन्होंने कहा, 'सब भैया-बहनन आपको हमारी राम-राम। ग्वालियर-चंबल में आके बड़ी खुशी भई। आपके वीरता और साहस की कहानियां पतों हैं।

प्रियंका गांधी ने ग्वालियर में जनसैलाब को संबोधित करते हुए कहा, 'भारतीय राजनीति की नींव स्वतंत्रता आंदोलन से डली थी। हमारी राजनीति की नींव सत्य की है। हमारे देश की परंपरा रही है कि हम नेताओं में सरलता, सभ्यता और सच्चाई ढूंढते हैं। हम चाहते हैं हमारे नेता में ऐसे गुण हों। आरोप-प्रत्यारोप, एक-दूसरे की बुराई के बीच जनता के असली मुद्दे डूब जाते हैं। मैं भी पीएम मोदी, सीएम शिवराज और सिंधिया के खिलाफ बोल सकती हूं। लेकिन मैं आपको मुद्दों से नहीं भटकाउंगी। आज सबसे बड़ी मुद्दा महंगाई है। फल, सब्जी, आटा, दाल कितनी मंहगी है। इस महंगाई से कितनी कमर टूट रही है। जीवन पर बोझ बन गई है महंगाई। आप किस तरह गुजारा कर रहे हैं मैं समझ नहीं पा रहा हूं। कोई घर में यदि बीमार पड़ा है तो घबराहट इस बात की होती है की दवाई कहां से लाऊं।'

प्रियंका गांधी ने आगे कहा, 'मुझे दूसरों की आलोचना उचित नहीं लगता। आज बेरोजगारी दूसरा बड़ा मुद्दा है। लोगों के पास रोजगार नहीं है। सारे PSU बेच दिया गया। पहले आपको रोजगार मिलता था। आज परिस्थितियां ये हैं आप जानते हैं सेना की भर्ती का क्या किया? जब से अग्निवीर की स्कीम आई तब से ग्वालियर-चंबल की क्या स्थिति है। यहां से नौजवान सीमा पर तैनात होते रहे हैं। आज स्थिति है की ट्रेनिग से ही लोग वापस घर जा रहे हैं। इतनी कठिन ट्रेनिंग और चार साल बाद बेरोजगार हो जाएं। शर्म की बात है कि पिछले तीन सालों में मध्य प्रदेश सरकार ने सिर्फ 21 नौकरियां दी है।'

प्रियंका गांधी ने लोगों से कहा कि, 'आप नेताओं से पूछा कीजिए की आपने 22 हजार घोषणाएं की, क्या इसमें से 2000 भी पूरी हुई। मप्र में बदलाव की लहर है। आप एक ऐसी मजबूत सरकार बनाइए जो न खरीदी जा सके, न गिराई जा सके। जो आपके भविष्य को मजबूत बनाए। आप ईमानदार सरकार चाहते हो तो इस सरकार को हटाकर ऐसी सरकार चाहते हैं जो रोजगार दे, अत्याचार खत्म करे।'

प्रियंका गांधी ने मंच से कमलनाथ से कहा कि रास्ते में मुझे दिव्यांगजन मिले। दिव्यांगों ने बताया कि उनकी पेंशन 600 रुपए है। आपकी सरकार बनेगी तो आप दिव्यांगों की पेंशन बढ़ाना। प्रियंका गांधी ने अंत में बृज भाषा में अपनी बात को समाप्त करते हुए कहा, 'मामा की भ्रष्ट सरकार बदलवे वाले है न? एक बार हमारे संगे जोर से बोलो- भाजपा जाएवे बारी है, कांग्रेस आएवे बारी है।'