कमलनाथ ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मनाया जन्मदिन, चुनाव को लेकर बोले- जनता जो तय करेगी हमें मंजूर

कमलनाथ ने कहा कि 3 तारीख को जनता जो तय करेगी वो हमें मंजूर है। चुनाव में शराब पैसे और अधिकारियों का बहुत दुरुपयोग हुआ। हम सभी कैंडिडेट से रिपोर्ट मंगवा रहे हैं।

Updated: Nov 18, 2023, 05:12 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व पीसीसी चीफ कमलनाथ आज अपना 77वां जन्मदिन मना रहे हैं। कमलनाथ के जन्मदिन को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह है। अलग-अलग जिले से कांग्रेस नेता और पार्टी कार्यकर्ता उनसे मिलने भोपाल आ रहे हैं। वोटिंग हो जाने के कारण कमलनाथ भी कार्यकर्ताओं को समय दे पा रहे हैं।

पीसीसी चीफ पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जन्मदिन मनाने कांग्रेस दफ्तर भी पहुंचे और सभी से मिलकर उनका हाल जाना। इस दौरान पूर्व सीएम ने कहा कि 3 तारीख को जनता जो तय करेगी वो हमें मंजूर है। वोटिंग परसेंट कितना भी हो कोई मतलब नहीं है। सभी कैंडिडेट से रिपोर्ट मंगवा रहा हूं। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव में शराब पैसे और अधिकारियों का बहुत दुरुपयोग हुआ है। साथ ही जिन अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध है, उन पर सरकार बनने के बाद कमलनाथ ने एक्शन के संकेत दिए हैं।

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इससे पहले वोटिंग संपन्न होने के बाद पूर्व सीएम ने कल देर रात बयान जारी कर कहा था कि, 'मध्य प्रदेश के मतदाताओं में जिस उत्साह से मतदान में भाग लिया और पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए करीब 75% से अधिक मतदान किया, वह ऐतिहासिक है। मतदान की प्रक्रिया में शामिल सभी अधिकारी कर्मचारी एवं मतदाताओं का मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।
इस बढ़े हुए मतदान ने स्पष्ट संकेत दे दिया है कि मध्य प्रदेश की जनता इस बार बड़े बदलाव के लिए मतदान कर चुकी है। 2018 में मध्य प्रदेश की जनता ने करीब 75 प्रतिशत मतदान करके बदलाव की नींव रख दी थी। लेकिन बाद में भाजपा ने खरीद फरोख्त से सत्ता अपने हाथ में ली। भाजपा के इस तरह के लोकतंत्र विरोधी इरादों को जड़ से समाप्त करने के लिए मध्य प्रदेश की जनता ने 2018 के मतदान के रिकॉर्ड को भी पीछे करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।'

कमलनाथ ने आगे कहा, 'मध्य प्रदेश की जनता जानती है कि कांग्रेस पार्टी झूठे वादे नहीं करती। आज जो मतदान हुआ है उसमें स्पष्ट है कि किसानों ने बढ़े हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए, आम आदमी ने सस्ती बिजली के लिए, नौजवानों ने रोजगार और सरकारी नौकरी के लिए, महिलाओं ने नारी सम्मान योजना के लिए, कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली के लिए और समाज के वंचित तबके ने जातिगत जनगणना और 27% ओबीसी आरक्षण के मुद्दों पर बढ़-चढ़कर मताधिकार का प्रयोग किया है। और सबसे बढ़कर मध्य प्रदेश की जनता ने भाजपा की भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए मतदान किया है। सीटों की संख्या की भविष्यवाणी करना मेरी आदत नहीं है लेकिन इस मतदान के बाद आए रुझानों से यह एकदम स्पष्ट है कि 3 दिसंबर को प्रचंड बहुमत के साथ कांग्रेस पार्टी की सरकार मध्य प्रदेश में बनने जा रही है।'

पीसीसी चीफ ने कहा कि, 'मैंने कांग्रेस के प्रत्याशियों से लगातार बातचीत की। यह देखने में आया कि भाजपा अपने हाथ से निकलती सत्ता देखकर अधिकारियों पर जबरन प्रशासनिक दबाव बनाने की कोशिश कर रही थी। लेकिन ज्यादातर अधिकारी कर्मचारियों ने निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराया और जिन अधिकारियों ने भाजपा के एजेंट की तरह काम करने की कोशिश की उन्हें जनता ने स्पष्ट संदेश दे दिया है। सबसे कष्ट की बात यह रही कि हार सामने देखकर भाजपा ने कुछ जगहों पर प्रशासन का दुरुपयोग करके कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर हमले किए। मध्य प्रदेश का सभ्य समाज इस तरह की गुंडागर्दी को बर्दाश्त नहीं करता है। मैं उन सब मतदाताओं का आभारी हूं जिन्होंने भाजपा के संरक्षण में चल रही इस गुंडागर्दी के बावजूद निर्भीक होकर मतदान किया और कांग्रेस पार्टी की जीत का मार्ग प्रशस्त किया।'