मध्य प्रदेश अब भ्रष्टराज से मुक्ति चाहता है, पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर CM शिवराज पर बरसे कमलनाथ

नौकरी देने के नाम पर भर्ती घोटाला करना शिवराज जी की सरकार का चरित्र बन गया है। इनसे तो जाँच की माँग करना भी बेकार है क्योंकि हमेशा बड़ी मछलियों को बचा लिया जाता है: कमलनाथ

Updated: Jul 12, 2023, 01:37 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली का मुद्दा तूल पकड़ने लगा है। प्रदेशभर के अभ्यर्थियों ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मामले में पीसीसी चीफ कमलनाथ की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। पीसीसी चीफ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश अब भ्रष्टराज से मुक्ति चाहता है।

पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के समाचार सामने आ रहे हैं। कई टॉपर एक ही सेंटर पर परीक्षा देकर सफल हुए बताए जा रहे हैं। एक बार फिर फ़र्ज़ीवाडे के तार बीजेपी से जुड़े दिख रहे हैं। व्यापाम, नर्सिंग, आरक्षक भर्ती, कृषि विस्तार अधिकारी और ऐसी ही कितनी ही भर्ती परीक्षाओं ने अंत में घोटाले का रूप लिया है।'

कमलनाथ ने आगे लिखा, 'नौकरी देने के नाम पर भर्ती घोटाला करना शिवराज जी की सरकार का चरित्र बन गया है। इनसे तो जाँच की माँग करना भी बेकार है क्योंकि हमेशा बड़ी मछलियों को बचा लिया जाता है। मेरी माँग है कि कोई स्वतंत्र एजेंसी मामले की जाँच करे और उन लाखों बेरोज़गारों के साथ न्याय करे जो इन प्रतियोगी और भर्ती परीक्षाओं में शामिल होते हैं। मध्य प्रदेश अब भ्रष्टराज से मुक्ति चाहता है।'

बता दें कि हाल ही में हुए पटवारी भर्ती परीक्षा में बड़े स्तर पर धांधली का खुलासा हुआ है। दरअसल, टॉप 10 मेरिट लिस्ट में 7 अभ्यर्थी एक ही सेंटर के हैं।इनका एग्जाम सेंटर एनआरआई कॉलेज ग्वालियर में था। इस पूरे भर्ती परीक्षा में एनआरआई कॉलेज ग्वालियर की भूमिका संदेह के घेरे में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह कॉलेज सीएम शिवराज सिंह चौहान के करीबी भाजपा विधायक संजीव कुशवाहा का है। इतना ही नहीं बताया जा रहा है कि परीक्षा कराने का जिम्मा एक ब्लैक लिस्टेड कंपनी को दिया गया था। व्यापमं ने पटवारी भर्ती परीक्षा आयोजित करने का ठेका बेंगलुरु की कंपनी एडुक्विटी करियर टेक्नोलॉजी लिमिटेड को दिया है। जबकि केंद्र सरकार इस कंपनी को ऑनलाइन एग्जाम कराने के लिए अपात्र घोषित कर चुकी है।

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इस पूरे मामले पर राज्य सरकार ने चुप्पी साध ली है। वहीं, छात्रों ने मोर्चा खोल दिया है। राष्ट्रीय युवा बेरोजगार संगठन (NEYU) के रंजीत किसानवंशी ने कहा, 'व्यापमं में घोटालों की सीरीज चल रही है। पहले डॉक्टर भर्तियों में घोटाला हुआ, फिर कृषि भर्ती परीक्षा में घोटाला हुआ और इस बार पटवारी भर्ती में घोटाला हुआ। व्यापम के भीतर जो माफिया और दलाल बैठे हैं वो निरंतर प्रदेश के युवाओं के भविष्य का सौदा कर रहे हैं।'