Sehore : Corona के आंकड़ों में गड़बड़झाला

कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद कम हुई कोरोना टेस्टिंग, स्वास्थ्य विभाग पर लगा समय पर आंकड़े अपडेट नहीं करने का आरोप

Publish: Jul 22, 2020, 02:00 AM IST

सीहोर। जिले में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सीहोर में कोरोना जांच की स्पीड कम है। जिले में जब मरीज कम थे तब जांच ज्यादा मात्रा में की जा रही थी, लेकिन अब मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के बावजूद कोरोना जांच कम हो रही है। 

सीहोर में किल कोरोना अभियान को कामयाब बताया जा रहा है। शुरूआती जानकारी यह भी सामने आई कि किल कोरोना अभियान में कोरोना के कम और ब्लड प्रेशर और शुगर के मरीज ज्यादा मिले हैं। यह अभियान फिलहाल समाप्त हो गया है लेकिन विभाग ने किल कोरोना अभियान के आंकड़े जारी नहीं किए है।

सीहोर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सुधीर कुमार डेहरिया से मिली जानकारी के अनुसार जिले में कुल कोराना पॉजीटिव मरीजों की संख्या 108 है, जिसमें से अब कर 5 मरीजों की मृत्यु कोरोना के चलते हो चुकी है। वहीं 33 मरीजों को स्वस्थ्य होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। सीहोर जिले में कोरोना का इलाज करा रहे एक्टिव मरीजों की संख्या 70 है।

सीहोर में अब तक कुल 2294 सेम्पल जांच के लिए भेजे गए थे। इन सैंपलों में से 2054 सैंपल की रिपोर्ट अब तक निगेटिव आई है। वहीं हॉस्पिटल के आईसोलेशन में भर्ती मरीजों की कुल मरीजों की संख्या 14 है। 103 सैंपलों की रिपोर्ट आना बाकी है। पैथालॉजी की ओर से रिजेक्ट किए गए सैंपल्स की संख्या कुल 29 है।  वहीं विदेशों से आए यात्री जो गृह जिला या निवासरत जिले में वापस नहीं आए हैं उनकी संख्या 48 है।

मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में हुआ कम जांच का खुलासा

हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में प्रदेश में कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं की समीक्षा की थी, इस समीक्षा में पाया गया कि सीहोर जिले में टेस्टिंग कम है, नसरुल्लागंज में पिछले दिनों अधिक प्रकरण आए हैं, आवश्यकता होने पर लॉक डाउन किया जा सकता है। टेस्टिंग कम होने की बात सामने आने के बाद भी जिले का स्वास्थ्य अमला गंभीर नहीं हुआ है ओर रविवार को सिर्फ 15 सैंपल जांच के लिए गए।

समय पर  हेल्थ बुलेटिन जारी नहीं करने का आरोप 

सीहोर में हेल्थ बुलेटिन समय पर जारी नहीं किया जा रहा है। वहीं कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा भी देर से अपडेट होने का आरोप है। वहीं कोरोना से होने वाली मौत की जानकारी कई दिन बार सार्वजनिक करने की बात का भी खुलासा हुआ है। आरोप स्वास्थ्य विभाग पर लगा है। 

स्वीकृति के बाद भी नहीं हुई स्वास्थ्यकर्मियों की भर्ती

कोरोना नियंत्रण के लिए जिले में 159 स्टाफ की तैनाती को मंजूरी मिल चुकी है। लेकिन अब तक स्टाफ की तैनाती नहीं की गई है। इस बारे में सीहोर जिला स्वास्थ्य विभाग ने 16 मई को संसोधन विज्ञप्ति जारी कर कोविड-19 महामारी के रोकथाम के लिए मानव संसाधन सुनिश्चित करने के लिए अनेक पदों पर अस्थाई नियुक्ति के आवेदन मांगे गए थे। इस संबंध में तीन जुलाई को मिशन संचालक ने मानव संसाधन उपलब्ध कराने के लिए अनुमोदन दे दिया था। इसमें 12 चिकित्सक, छह एनेस्थिशिया विशेषज्ञ चिकित्सा अधिकारी, आयुष चिकित्सा अधिकारी, लैब टेक्रिशयन, फार्मस्टि और स्टाफ नर्स के पद शामिल हैं।

संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की नहीं हो रही जांच

नसरुल्लागंज के एक लैब कर्मचारी के संक्रमित होने पर भी उसके संपर्क में आए लोगों की कोई जांच नहीं की गई। जबकि उसके संपर्क में आने वाले 36 लोगों की लिस्ट स्वास्थ्य विभाग को मिली थी, लेकिन उनके सैंपल नहीं लिए गए।