मध्य प्रदेश पुलिस ने पकड़ा दलित महिला विधायक का गला, कांग्रेस ने कहा ये है भाजपा की सत्ता का असली चरित्र

महेश्वर में प्रस्तावित मेडिकल कालेज की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद भी निरस्त कर दिया गया। इसी मांग को लेकर क्षेत्रीय विधायक डा. विजयलक्ष्मी साधौ प्रदर्शन कर रहीं थीं जब महिला पुलिस द्वारा उनकी गर्दन पकड़कर जबरन गाड़ी में ठूँस दिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया

Updated: Apr 14, 2023, 06:21 PM IST

महेश्वर। मध्य प्रदेश पुलिस का अमानवीय चेहरा एक बार फिर सामने आया है। खरगोन जिले के महेश्वर में शुक्रवार को पुलिस ने मेडिकल कॉलेज के लिए आवाज उठा रही महिला विधायक की आवाज को दबाने के लिए सीधे गले पर हाथ लगा दिया। कांग्रेस विधायक विजयलक्ष्मी साधौ अपने इलाके में मेडिकल कॉलेज बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही थीं। हैरानी की बात यह है कि जब विधायक जो कि पूर्व मंत्री भी रह चुकी हैं, यह मांग कर रही थीं तब कुछ ही दूरी पर सीएम शिवराज चौहान और राज्यपाल मंगूभाई पटेल महिला सम्मेलन में भाग ले रहे थे। 

पुलिसकर्मियों ने न सिर्फ विधायक का गला दबाया बल्कि उन्हें इस नाफरमानी के लिए गिरफ्तार भी कर लिया। दलित महिला विधायक के साथ यह अमानवीयता तब हुई जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यपाल मंगू भाई पटेल महू में अंबेडकर जयंती मनाकर लौटे थे। महू से महेश्वर में महिला सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री पास में महिलाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे कर थे और थोड़ी दूरी पर उनकी पुलिस एक दलित महिला विधायक के साथ असंवेदनशीलता की हद तक व्यवहार कर रही थी। 

पीड़ित विधायक विजयलक्ष्मी साधौ महेश्वर से विधायक हैं और वे अपने क्षेत्र में प्रस्तावित मेडिकल कालेज की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद भी स्वीकृति निरस्त करने के खिलाफ आवाज उठाने घटनास्थल पर पहुंची थीं। विधायक डा विजयलक्ष्मी साधौ के साथ स्थानीय लोग भी समर्थन में सड़कों पर थे। लेकिन क्षेत्रवासियों की सुविधा के लिए आवाज उठाना उन्हें तब भारी पड़ गया जब पुलिस ने उनकी आवाज को दबाने के लिए सीधा गले पर हाथ लगाने से भी गुरेज नहीं किया।

कांग्रेस ने महिला विधायक के साथ हुई अभद्रता की तीखी आलोचना की है। कांग्रेस ने ट्वीट किया, 'शिव'राज की करतूत देखिए, महेश्वर में पूर्व मंत्री एवं विधायक विजयलक्ष्मी साधौ जी का महिला पुलिसकर्मी ने गला दबाया।' कांग्रेस ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि ये शिवराज जी, ये तानाशाही बस चंद दिन की और है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भी इस घटना की आलोचना की है। उन्होंने ट्वीट किया, 'आज बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती पर अस्पताल निर्माण की माँग करने पर जिस तरह दलित समाज से कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री डॉ विजय लक्ष्मी साधो को महेश्वर में गिरफ़्तार किया गया, उससे शिवराज सरकार का दलित विरोधी और जनविरोधी चेहरा उजागर हो गया है। मैं इस गिरफ़्तारी की निंदा करता हूं।'

बता दें कि साल 2019 में कमलनाथ सरकार द्वारा केंद्र को महेश्वर में मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव भेजा गया था। केंद्र से स्वीकृति मिलने के बाद राज्य सरकार ने इस दिशा ने तेजी से कार्य प्रारंभ किया। लेकिन कुछ ही महीनों में राज्य में भाजपा ने सरकार बना लिया और महेश्वर में मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना को बिना किसी वजह के ड्रॉप कर दिया गया। कांग्रेस विधायक विजयलक्ष्मी साधौ का कहना है कि महेश्वर के लोगों को इलाज के लिए दूसरे शहरों में दौड़ना पड़ता है और स्थानीय रूप से अच्छी मेडिकल सुविधा न होने की वजह से पर्यटक भी परेशान होते हैं। उनकी उनकी मांग सुनने की बजाय सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।