ब्रेक के बाद फिर लौट रहा मध्यप्रदेश में मानसून, 12 जिलों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी

पिछले दिनों ताबाही मचाने के बाद सुस्त पड़ा मानसून फिर हुआ एक्टिव, 6 संभागों में गरज चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन, शहडोल, भोपाल, होशंगाबाद संभाग के जिलों समेत गुना जिले में भारी बारिश के लिए यलो अलर्ट

Updated: Aug 17, 2021, 09:28 AM IST

photo courtesy: Skymet Weather
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कई दिनों बाद एक बार फिर से बारिश का दौर शुरु होने जा रहा है। मौसम विभाग ने इंदौर, जबलपुर, उज्जैन, शहडोल, भोपाल, होशंगाबाद संभागों के कई जिलों में गरज चमक के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। साथ ही होशंगाबाद, बैतूल, हरदा, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, डिंडोरी, धार, खंडवा, अनूपपुर, मंडला, नरसिंहपुर जिलों में बारिश के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं पिछले दिनों बाढ़ की विभीषिका झेल चुके गुना जिले में गरज चमक के साथ भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है।

मौसम विभाग  से मिली जानकारी के अनुसार बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया बना है। फिलहाल मानसून ट्रफ अमृतसर, कुरुक्षेत्र, मेरठ, गोरखपुर के साथ-साथ पूर्व की तरफ अरुणाचल प्रदेश तक पहुंच चुका है। वहीं ऊपरी हवा का साइक्लानिक सर्कल 4.5 किलो मीटर की ऊंचाई पर है। जिसका प्रभाव एक बार फिर मध्यप्रदेश के मॉनसून पर पड़ने लगा है। प्रदेश में मॉनसून की एक्टिविटी बढ़ने से कई जिलों के मौसम में एक बार फिर बदलाव देखने को मिल रहा है।

राजधानी भोपाल के लोग इनदिनों भारी गर्मी से जूझ रहे हैं। मौसम विभाग की मानो तो एक दशक में ऐसा 5वीं बार हुआ है कि भोपाल में अगस्त में सबसे ज्यादा गर्मी झेलनी पड़ रही है।

अगस्त के शुरुआती दिनों में प्रदेश में ग्वालियर चंबल संभाग के 7 जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गई थी। जिनमें 2 दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। हजारों लोगों के घर, फसल सब कुछ चौपट हो गया था।   गुना, दतिया, श्योपुर, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, अशोकनगर जिलों में भारी वर्षा की वजह से बाढ़ की स्थिति बन गई थी। प्रदेश में एक बार फिर 6 संभागों के 13 जिलों में भारी बारिश के लिए अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के 17 जिलों में औसत से कम वर्षा हुई है। जबकि 11 जिलों में औसत से कई गुना ज्यादा बारिश हो चुकी है। 24 जिलों में बरसात का आंकड़ा सामान्य रहा है। मध्यप्रदेश में 1 जून से 17 अगस्त तक कुल 617 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है। जो की अब तक के औसत से एक फीसदी कम है। वहीं दो सप्ताह पहले प्रदेश में भारी बारिश की वजह से एक्सेस रेन का आंकड़ा भी दर्ज किया जा चुका है।

प्रदेश के करीब 17 जिलों में कम वर्षा से औसत में बदलाव दर्ज किया गया है। मालवा निमाड, बुंदेलखंड, जबलपुर संभाग के कई जिलों में सूखे की स्थिति बन गई है।झाबुआ इंदौर, धार, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, पन्ना, छतरपुर, दमोह, कटनी, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी जिलों में अल्प वृष्टि के हालात बने हैं।