कुछ आजादी तो 60 साल बाद ही मिली, कंगना के बाद अब कृषि मंत्री कमल पटेल ने आजादी को लेकर दिया बयान

कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि 1947 में भारत को राजनीतिक स्वतंत्रता मिली थी, लेकिन कुछ आजादी मोदी सरकार के आने के बाद ही इस देश को मिली

Publish: Nov 18, 2021, 08:25 AM IST

भोपाल। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान के बाद मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने भी आजादी को लेकर बयान दिया है। भाजपा नेता का मानना है कि 1947 में इस देश को राजनीतिक स्वतंत्रता मिली थी, लेकिन कुछ मामलों में भारत को आजादी प्रधानमंत्री मोदी की सरकार आने के बाद ही मिली। 

कमल पटेल ने यह बयान बुधवार को अपने होशंगाबाद दौरे के दौरान दिया। कृषि मंत्री से कंगना रनौत के विवादित बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गई थी। हालांकि कमल पटेल ने कंगना के बयान पर कुछ भी टिप्पणी करने से तो इनकार कर दिया, लेकिन आंशिक तौर पर उन्होंने कंगना के बयान का समर्थन कर ही दिया। 

कमल पटेल ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि कंगना के बयान पर मैं टिप्पणी नहीं करूंगा। लेकिन कुछ आजादियां ऐसी हैं जो स्वतंत्रता के 60 वर्षों बाद भी नहीं मिली थीं। प्रधानमंत्री मोदी की सरकार आने के बाद मिली। कमल पटेल ने आजादी के अलग अलग प्रकार बताते हुए कहा कि 15 अगस्त 1947 को हमें राजनीतिक स्वतंत्रता मिली थी। 

कमल पटेल ने कहा कि आजादी के कई प्रकार होते हैं जिसमें धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक आजादी शामिल हैं। गांवों को आर्थिक आजादी तब मिली जब 24 अप्रैल, 2021 को प्रधानमंत्री मोदी ने स्वामित्व योजना को प्रारंभ किया। 

दरअसल कंगना रनौत लागतार आजादी को लेकर एक के बाद एक जहर उगल रही हैं। हाल ही में कंगना ने कहा था कि इस देश को असली आज़ादी 2014 में मिली थी। 1947 में मिली आजादी भीख में मिली हुई आजादी थी। इसके बाद कंगना ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करते हुए कहा कि दूसरा गाल आगे करने से भीख मिलती है आजादी नहीं। कंगना ने राष्ट्रपिता को सत्ता का भूखा और लालची करार दे दिया। 

कंगना की इस विवादित बयानबाजी को लेकर भोपाल में कांग्रेस ने बॉलीवुड अभिनेत्री का पुतला दहन भी किया। जयपुर में कंगना रनौत के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई गई है। कंगना रनौत से पद्म श्री सम्मान भी वापस लिए जाने की मांग की जा रही है।