कोरोना को भगाने के लिए कांग्रेस विधायक की निंजा तकनीक, कहा राज्य भर में करवा लें चुनाव

मध्यप्रदेश के आगर-मालवा से कांग्रेस विधायक विपिन वानखेड़े ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मांग किया है कि राज्य में चुनाव आयोजित किए जाएं ताकि कोरोना रैलियों को देखकर भाग जाए

Updated: Mar 26, 2021, 06:45 PM IST

Photo Courtesy: Twitter
Photo Courtesy: Twitter

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना ने राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे सभी प्रयासों को विफल साबित कर दिया है। इसी बीच विपक्ष के एक विधायक ने कोरोना पर काबू करने के लिए एक निंजा तकनीक सुझाई है। मध्यप्रदेश कांग्रेस के विधायक ने मांग की है कि राज्य में चुनाव करवाया जाए ताकि कोरोना भाग जाए। कांग्रेस नेता ने बाकायदा इसके लिए चुनाव आयोग को एक पत्र भी लिखा है।

मध्यप्रदेश के आगर-मालवा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के युवा विधायक विपिन वानखेड़े ने राज्य के मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर इस तकनीक का सुझाव दिया है। वानखेड़े ने लिखा, 'आगर-मालवा, इंदौर सहित पूरे मध्यप्रदेश में तेजी से कोरोना फैल रहा है। इससे लोगों के मन में फिर से लॉकडाउन का डर फैल गया है। प्रदेश की जनता चाहती है क्यों ना आगर, इंदौर, उज्जैन, देवास तथा पूरे मध्यप्रदेश में भी चुनाव कराया जाए? राज्य में बड़े-बड़े नेताओं की रैलीयां कराई जाए तथा रैली में भारी भीड़ को इकट्ठा कराया जाए, जिससे कोरोना भीड़ को देखकर मध्यप्रदेश को छोड़कर भाग जाए।' कांग्रेस नेता ने तर्क के साथ इसका उदाहरण भी दिया है कि ऐसा करने से वाकई कोरोना भाग जाता है। वानखेड़े ने लिखा, 'इसका उदारहण बंगाल एवं वे सभी राज्य है, जहां चुनाव है। उन जगहों पर भारी भरकम भीड़ के साथ रैलीयां की जा रही है जिससे वहां कोरोना ने जाने से मना कर दिया। उन जगहों पर हमारे देश के प्रधानमंत्री से लेकर कई राज्यों के मुख्यमंत्री सरकार की गॉइडलाइनों का पालन करते हुए प्रचार-प्रसार कर रहे है। जिससे उन जगहों पर कोरोना का संक्रमण कम हो गया है। अतः आपसे निवेदन है कि सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में अतिशीघ्र चुनाव कराने की कृपा करें।'

राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो कांग्रेस विधायक का यह सुझाव केंद्र और राज्य सरकारों समेत निर्वाचन आयोग पर तंज है। चूंकि, देशभर में लगातार यह देखा जा रहा है कि चुनाव वाले क्षेत्रों में भीड़-भाड़ होने के बावजूद कोरोना के केस कम ही सामने आ रहे हैं। वहीं चुनाव के बाद राज्यों में अचानक कोरोना के मामले बढ़ने लगते हैं। इस बारे में सोशल मीडिया पर कई लोग अबतक यह दावा कर चुके हैं कि चुनाव आचारसंहिता लगने के बाद कोरोना चला जाता है।

मामले पर जब हम समवेत ने कांग्रेस विधायक विपिन वानखेड़े से उनके इस हैरतअंगेज सुझाव के बारे में बात की तो उन्होंने कहा, 'मध्यप्रदेश में कोरोना के नाम पर मजाक हो रहा है, जब सीएम 200 लोगों के साथ जाकर मास्क बांट रहे हैं और सायरन बजवा रहे हैं तब कुछ नहीं है, देश के पीएम मोदी लाखों लोगों के साथ रैलियां कर रहे हैं तब कुछ नहीं है, लेकिन जैसे ही आम जनता का त्यौहार आता है तो कोरोना का ढिंढोरा पीटा जाता है कि घर से न निकलें और त्यौहार न मनाएं। जब देश के प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री इतना व्यापक मजाक कर सकते हैं तो हमारा भी अधिकार है।'