शहडोल में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात, रेलवे स्टेशन, जिला अस्पताल से लेकर कॉलोनियों में भरा पानी

कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड समेत तीन वार्डों में पानी भर गया है। अस्पताल प्रशासन द्वारा मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।

Updated: Jul 06, 2025, 05:36 PM IST

शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल में दो दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। शहडोल जिला अस्पताल के वार्डों में पानी भर गया। मेडिकल कॉलेज जाने वाले मार्ग पर नाला उफान पर है। इससे मेडिकल कॉलेज का संपर्क पिछले चार घंटे से टूट गया। वहीं, तेज बारिश के कारण रेलवे स्टेशन के प्लेटफाॅर्म एक और दो पर भी पानी भर गया। इस कारण यहां चार घंटे तक ट्रेनों का आवागमन बंद रहा। पांच ट्रेनें तीन से चार घंटे तक देरी से चलीं।

बताया जा रहा है कि कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड समेत तीन वार्डों में पानी भर गया है। अस्पताल प्रशासन द्वारा मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। इसके अलावा, अस्पताल की गैलरी में भी पानी भर गया है। पानी को निकालने की कोशिश की जा रही है।

मेडिकल कॉलेज से तीन घंटों से संपर्क टूट गया है। नाले में पानी अधिक होने के बावजूद सरकारी वाहनों को जोखिम भरे तरीके से पार कराया जा रहा है। कई मरीज और मेडिकल स्टाफ जाम में फंसे हैं। वे नाले का पानी कम होने का इंतजार कर रहे हैं।

रेलवे स्टेशन परिसर स्थित जीआरपी थाना पूरी तरह जल मग्न हो गया है। थाने में रखे दस्तावेज, कम्प्यूटर और रिकॉर्ड फाइलें पानी में डूब गई हैं। पुलिसकर्मी अपराध रोकने के बजाय बाल्टी और मग से पानी निकालने में जुटे हैं। एक्सिस बैंक में भी पानी भर जाने से बैंकिंग कार्य प्रभावित हुए हैं। ग्राहक और स्टाफ दोनों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। रेल पटरियों पर जमा पानी से ट्रेनों की आवाजाही बाधित होने की आशंका है।

बारिश के कारण शहडोल रायपुर पड़रिया मार्ग बंद हो गया है। पोंडानाला उफान पर आने से कार बह गई है। स्थानीय लोगों ने कूद कर बचाई कार सवारों की जान बचाई। छत्तीसगढ़ रायपुर जाने वाले प्रमुख मार्ग में जल भराव के कारण आवागमन अवरुद्ध हुआ है।

शहडोल कलेक्टर प्रियंका गुप्ता ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में सहायता पहुंचाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। प्रशासन ने बाढ़ राहत दलों को अलर्ट कर दिया है। जिले की कई प्रमुख सड़कें जलमग्न हैं। आवागमन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने पहले कभी ऐसी स्थिति नहीं देखी।