इंदौर में 150 प्रोफेसर्स को ABVP कार्यकर्ताओं ने बंधक बनाया, कॉलेज में होली खेलने की नहीं दी थी अनुमति

मंगलवार को 150 प्रोफेसर्स 30 मिनट से ज्यादा समय तक बंधक बने रहे। सभी को हॉल में बंद कर बाहर गेट पर लकड़ी फंसा दी गई थी ताकि कोई बाहर न आ सके। मेन स्विच ऑफ कर बिजली भी बंद कर दी गई थी।

Updated: Feb 25, 2025, 05:01 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित होलकर साइंस कॉलेज से एक शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां ABVP से जुड़े छात्र नेताओं ने प्रिंसिपल समेत 150 प्रोफेसर्स को बंधक बना लिया। दरअसल, छात्र-छात्राओं को कॉलेज परिसर में होली खेलने की अनुमति नहीं दी गई थी। इसी बात पर भड़के छात्र नेताओं ने इस करतूत को अंजाम दिया।

बताया जा रहा है कि मंगलवार को 150 प्रोफेसर्स 30 मिनट से ज्यादा समय तक बंधक बने रहे। सभी को हॉल में बंद कर बाहर गेट पर लकड़ी फंसा दी गई थी ताकि कोई बाहर न आ सके। मेन स्विच ऑफ कर बिजली भी बंद कर दी गई थी। दरअसल, छात्र नेताओं ने कॉलेज कैम्पस में निजी कोचिंग से स्पॉन्सर्ड होली मिलन समारोह के पोस्टर लगाए थे। 

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प्रिंसिपल डॉ. अनामिका जैन ने इन पोस्टर्स को हटवा दिया था। इसके बाद छात्र नेताओं ने प्रोफेसर्स को यशवंत हॉल में बंद कर दिया और बाहर नारेबाजी करने लगे। एक कर्मचारी ने हॉल की खिड़की से बमुश्किल बाहर निकलकर गेट खोला। इसके बाद प्रिंसिपल डॉ. अनामिका जैन ने कलेक्टर से मुलाकात कर घटना की जानकारी दी। 

उन्होंने बताया कि सुरक्षा कारणों से आयोजन की मंजूरी नहीं दी थी। बिना अनुमति लगे पोस्टर हटाए थे। किसी शर्मा कोचिंग को स्पॉन्सर बनाया गया था।प्रिंसिपल डॉ. अनामिका जैन ने बताया, कुछ दिन पहले कुछ छात्र नेता और एबीवीपी से जुड़े कार्यकर्ताओं ने मैदान में 7 मार्च को होली सेलिब्रेशन की अनुमति मांगी थी। वे होली का सेलिब्रेशन बड़े स्तर पर करना चाहते थे। उन्हें समझाया था कि इस तरह का बड़ा आयोजन कॉलेज परिसर में करना उचित नहीं है, क्योंकि इससे माहौल बिगड़ सकता है।

डॉ. अनामिका जैन ने कहा कि सोमवार को पूरे परिसर में शर्मा कोचिंग के सहयोग से आयोजन के पोस्टर लगा दिए गए, रेन डांस, एंट्री फीस और आयोजन की तारीख लिखी थी। कॉलेज प्रशासन ने इन्हें हटवाया तो छात्र नेताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। यशवंत हॉल में मेंटर्स के लिए मीटिंग रखी गई थी। छात्रों ने पहले वहां नारेबाजी की, फिर बाहर से दरवाजे बंद कर दिए। 

डॉ जैन के अनुसार इसके बाद वहीं के बैनर निकालकर उनके डंडों से गेट को जाम कर दिया और बिजली काट दी। यह अत्यंत अशोभनीय और अभद्र व्यवहार था। हम आधे घंटे तक अंधेरे में बैठे रहे। स्टूडेंट्स प्रिंसिपल रूम में भी आकर बहस और बदतमीजी करने लगे। घटना की लिखित शिकायत भंवरकुआं थाने में की गई है। कलेक्टर से मुलाकात कर उन्हें बताया कि 7 मार्च को स्टूडेंट्स इस आयोजन को करने पर अड़े हैं। यदि वे नहीं माने तो पुलिस और प्रशासन की जरूरत पड़ेगी।