MP Election: आदिवासी हूं, इसलिए मेरे साथ अन्याय किया गया, टिकट कटने पर पूर्व मंत्री रंजना बघेल का छलका दर्द
धार जिले की मनावर सीट से पूर्व विधायक व पूर्व मंत्री रंजना बघेल को टिकट नहीं मिला है। उन्होंने कैलाश विजयवर्गीय पर उनका टिकट कटवाने का आरोप लगाया है।
धार। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले अंतर्कलह रोकना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। भाजपा ने शनिवार को जिन 92 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं, उनमें से कई सीटों पर घोषित उम्मीदवारों के खिलाफ कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोल दिया है। पांचवीं सूची जारी होने के कुछ ही घंटों के भीतर जबलपुर, ग्वालियर, होशंगाबाद, सतना समेत कई जिलों पार्टी कार्यकर्ता विरोध में उतर आए हैं। इधर धार जिले के मनावर से टिकट कटने पर पूर्व मंत्री रंजना बघेल का भी दर्द छलका है।
बीजेपी की पूर्व विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री रंजना बघेल को इस बार मनावर विधानसभा से टिकट नहीं मिला। वहीं, शिवराम कन्नौज को बीजेपी ने अपना प्रत्याशी बनाया है। रंजना बघेल ने पार्टी पर खुद की अनदेखी और अन्याय किए जाने के आरोप लगा रही हैं। रंजना बघेल ने बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पर टिकट कटवाने का आरोप लगाते हुए बोलीं, वे गोपाल कन्नौज को कांग्रेस से बीजेपी में लाईं और 2013 में गोपाल कन्नौज उनके खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़े थे।
यह भी पढ़ें: MP: पांचवीं सूची आते ही BJP में जूतम-पैजार, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को पीटने दौड़े कार्यकर्ता, गनमैन से मारपीट
रंजना बघेल ने कहा कि जिस गोपाल कन्नौज के लड़के शिवराम कन्नौज ने बूथ लेवल का भी काम नहीं किया, जिसे पार्टी का कोई नॉलेज नहीं, उसे उम्मीदवार बना दिया गया। मेरे साथ अन्याय किया गया है, मैं 30 साल से 16-18 घंटे तक बीजेपी का काम करती रही। 1990 से मेरे साथ के नेता बड़े-बड़े पदों पर रहे, राष्ट्रीय लेवल तक गए और मुझे दूध में मक्खी की तरह निकाल दिया। आदिवासी हूं, इस वजह से मेरे साथ अन्याय किया गया है।
रंजना बघेल ने कहा कि रविवार को सारे कार्यकर्ता बैठकर विचार करेंगे कि आगे क्या करना है। उसके बाद निर्णय लेंगे, मैंने पार्टी के हित में पार्टी के मूल्यों के आधार पर ही काम किया है। माना जा रहा है कि रंजना बघेल निर्दलीय चुनाव लड़ सकती हैं। बता दें कि इस सीट से कांग्रेस ने हीरालाल अलावा को फिर से अपना उम्मीदवार बनाया है।