अस्पतालों के निर्माण में हुआ 382 करोड़ रुपये का घोटाला, पूर्ववर्ती केजरीवाल सरकार पर कांग्रेस का हमला
अजय माकन ने दावा किया कि इस वक्त कैग की 14 ऐसी रिपोर्ट हैं, जिसमें पूर्व की केजरीवाल सरकार के ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं, लेकिन अब वो रिपोर्ट सामने नहीं आ रहीं।

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज है। केंद्र शासित प्रदेश में AAP की सरकार के विरुद्ध कांग्रेस लगातार हमलावर है। कांग्रेस नेता अजय माकन ने बुधवार को एक बार फिर AAP की पूर्ववर्ती केजरीवाल सरकार के दौरान हुए घोटालों को लेकर हमला बोला है। माकन ने कहा कि दिल्ली में अस्पतालों के निर्माण में 382 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ।
कांग्रेस के नेता अजय माकन ने बुधवार को नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए दिल्ली की पूर्व की अरविंद केजरीवाल सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि तीन अस्पतालों के निर्माण में 382 करोड़ रुपये अधिक का घोटाला हुआ। माकन के मुताबिक इसी घोटाले के कारण कैग की रिपोर्ट को विधानसभा में पेश नहीं करने दिया गया।
कांग्रेस के कोषाध्यक्ष माकन ने संवाददाताओं से कहा, ‘आज मैं सबके सामने आप के पाप की पहली कड़ी रखना चाहता हूं। दिल्ली में एक ऐसे नेता हैं, जिन्होंने अपनी पार्टी इसलिए बनाई थी, ताकि वो भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ सकें। उस जमाने में केजरीवाल कैग रिपोर्ट के आधार पर ही कांग्रेस पर आरोप लगाते थे।इस वक्त कैग की 14 ऐसी रिपोर्ट हैं, जिसमें पूर्व की केजरीवाल सरकार के ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं, लेकिन अब वो रिपोर्ट सामने नहीं आ रहीं।'
उन्होंने कहा, ‘कैग की रिपोर्ट कहती है कि दिल्ली में पिछले 10 साल में सिर्फ तीन अस्पताल बनकर तैयार हुए। इन अस्तपाल को बनाने की शुरुआत कांग्रेस के समय हुई थी। लेकिन आप की सरकार के आने के बाद इन अस्पताल को बनने में समय तो ज्यादा लगा ही, बल्कि जितने की निविदा था, उससे ज्यादा पैसा खर्च हुआ।' कांग्रेस के कोषाध्यक्ष ने कहा, ‘इंदिरा गांधी अस्पताल बनाने में 314 करोड़ रुपये, बुराड़ी अस्पताल बनाने में 41 करोड़ रुपये और मौलाना आजाद डेंटल अस्पताल बनाने में 26 करोड़ रुपये से अधिक फालतू में खर्च किए गए।’
विधानसभा चुनाव के कुछ दो सप्ताह पहले माकन द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) और उसके संयोजक तथा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल पर लगाए गए आरोपों पर फिलहाल दिल्ली के सत्तारूढ़ दल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। बता दें कि दिल्ली में सभी 70 विधानसभा सीटों पर आगामी पांच फरवरी को मतदान होगा। मतगणना आठ फरवरी को होगी।