CM को मिलना चाहिए जंगलराज का अंतर्राष्ट्रीय खिताब, MP में मरीजों को अमानक दवा बांटे जाने पर कांग्रेस का वार

राज्य में एक साल तक सरकारी अस्पतालों में अमानक दवाएं बांटी गई, इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने 28 कामंपनियों को ब्लैक लिस्टेड कर दिया है

Updated: Feb 21, 2023, 06:54 AM IST

भोपाल। हिंदी के एक स्थानीय रिपोर्ट ने मध्य प्रदेश की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़ा खुलासा किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले एक साल में मध्य प्रदेश में सरकारी अस्पतालों में अमानक दवाएं बांटी गईं। इसका खुलासा होने के बाद कांग्रेस ने सीएम शिवराज पर हमला बोलते हुए कहा है कि उन्हें जंगलराज का अंतर्राष्ट्रीय खिताब मिलना चाहिए। 

मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा है कि शिवराज के जंगलराज की खबर,मध्यप्रदेश के सरकारी अस्पताल में एक साल तक ख़राब दवाएँ बाँटी गईं।शिवराज जी,डॉक्टर व्यापम के और दवाएँ अमानक, आपको तो जंगलराज का अंतर्राष्ट्रीय ख़िताब मिलना चाहिए।

मध्य प्रदेश हेल्थ कॉरपोरेशन द्वारा जनवरी 2022 से लेकर जनवरी 2023 तक की गई जांच में कुल दस दवाएं मापदंड पर खरी नहीं उतरी। रिपोर्ट मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने 28 कम्पनियों को दो से तीन साल तक के लिए ब्लैक लिस्टेड कर दिया है। इसके अलावा इन कंपनियों को करीब 17 लाख रुपए का नोटिस भी दिया गया है। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सभी ज़िलों के चीफ मेडिकल ऑफिसर और सिविल सर्जन द्वारा इन अमानक दवाओं की खरीदी की गई थी। इतना ही नहीं प्रदेश के अधिकतर सरकारी अस्पतालों में इन दवाओं को मरीजों को बांट दिया गया। जांच में इन दवाओं के इंडेक्स और मात्रा में अंतर पाया गया था। मिसाल के तौर पर अगर कोई दवा 500 एमजी की थी तो असल में वह 350 या 400 एमजी ही निकली। हेल्थ कॉरपोरेशन की इस रिपोर्ट के आने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है।