MP: बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के कड़े इंतजाम, CCTV कैमरे से होगी निगरानी, इंटरनेट प्रतिबंध के लिए लगेंगे जैमर

माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 25 फरवरी से शुरू होने जा रही हैं, जिसके तहत नकल और प्रश्नपत्र लीक होने की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त इंतजाम किए गए हैं।

Updated: Feb 11, 2025, 11:42 AM IST

Photo Courtesy: MYGOV
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भोपाल| माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 25 फरवरी से शुरू होने जा रही हैं, जिसके तहत नकल और प्रश्नपत्र लीक होने की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त इंतजाम किए गए हैं। परीक्षा के दौरान मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे। यदि केंद्राध्यक्ष या कोई अन्य कर्मचारी मोबाइल के साथ पाया जाता है, तो उसे जुर्माना भरना होगा।

पहली बार प्रदेश के 11 जिलों में 300 संवेदनशील और अति संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाए जाएंगे, ताकि डिजिटल डिवाइस और इंटरनेट के इस्तेमाल को पूरी तरह रोका जा सके। इसमें ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन और मुरैना के केंद्र शामिल हैं।

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इसके अलावा, परीक्षा की निगरानी ऑनलाइन करने के लिए मंडल में एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा और हर जिले में एक प्रभारी नियुक्त किया गया है, जो अपने जिले के परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। इस वर्ष प्रदेश में कुल 3887 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 562 केंद्रों को संवेदनशील और अति संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है।

वहीं भोपाल में 16, इंदौर में 19, ग्वालियर में 48, जबलपुर में 5 और मुरैना में सबसे अधिक 54 केंद्र संवेदनशील और अति संवेदनशील घोषित किए गए हैं। पिछले वर्षों में इन्हीं केंद्रों से नकल और प्रश्नपत्र लीक होने की सबसे ज्यादा शिकायतें मिली थीं। लेकिन इस बार अधिकतर परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, खासतौर पर सरकारी स्कूलों में बने केंद्रों में निगरानी बढ़ाई गई है।

दो साल पहले मोबाइल फोन के जरिए प्रश्नपत्र लीक होने के मामले सामने आए थे, इसलिए इस बार मोबाइल समेत सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पूरी तरह प्रतिबंधित किए गए हैं। परीक्षा की संपूर्ण निगरानी ऑनलाइन होगी और कड़ी सख्ती बरती जाएगी, ताकि परीक्षाएं निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न हो सकें।