इंदौर में PSC अभ्यर्थियों ने निकाली तिरंगा यात्रा, 3.5 साल से अटके हैं परिणाम, कांग्रेस ने सीएम चौहान को घेरा

अभ्यर्थियों ने तिरंगा रैली के साथ MPPSC मुख्यालय का किया घेराव, रिजल्ट में लेट के कारण मेडिकली अनफिट और आयु सीमा से बाहर हो रहे अभ्यर्थी

Updated: Aug 05, 2022, 12:44 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग (पीएससी) की परीक्षाओं के परिणाम साढ़े तीन साल से अटके हुआ हैं। ओबीसी आरक्षण के लंबित विवाद का निर्णय नहीं आने के चलते पीएससी परीक्षाओं के नतीजे घोषित नहीं कर रहा। नतीजों में देरी से परेशान उम्मीदवार शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन के लिए तिरंगा सड़कों पर उतर गए। इंदौर में पांच से सौ ज्यादा अभ्यर्थी पीएससी मुख्यालय तिरंगा रैली निकालते हुए पीएससी मुख्याल का घेराव करने पहुंचे।

दरअसल, राज्यसेवा परीक्षा 2019 के साथ ही राज्यसेवा परीक्षा 2020 और 2021 के नतीजे भी पीएससी ने घोषित नहीं किए हैं। 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण पर स्थिति साफ नहीं होने के कारण पीएससी ने परीक्षा तो करवा ली लेकिन रिजल्ट घोषित नहीं कर रहा। अभ्यर्थियों ने बताया कि वे

मध्यम वर्गीय परिवारों से आते हैं और अब घरवालों पढ़ाई का खर्च भी भेजना भी बंद कर दिया है। साढ़े तीन साल गुजरने के बावजूद पीएससी रिजल्ट नहीं दे रही। नतीजतन कई उम्मीदवार इंतजार में ही आयुसीमा से बाहर और मेडिकली अनफिट हो रहे हैं। छात्राओं का कहना है कि हम पर तो दोहरी मार पड़ रही है। पढ़ाई छुड़वाकर घरवाले शादियां करवा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार मुद्दों को हल करने के बजाए विद्यार्थियों के भविष्य से खेल रही है। 

रिजल्ट में देरी से नाराज अभ्यर्थी शुक्रवार सुबह करीब 11.30 बजे भंवरकुआ भोलाराम उस्ताद मार्ग से तिरंगा लेकर निकले थे। करीब पांच सौ से ज्यादा अभ्यर्थियों का ये यात्रा पीएससी मुख्यालय के पास पहुंचा और उन्होंने रिजल्ट जारी करने की मांग की  खास बात है कि विद्यार्थियों के घेराव के कारण शुक्रवार को शहर की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवा रही कोचिंग संस्थानों ने भी छुट्टी घोषित कर दी थी।