RSS प्रमुख Mohan Bhagwat की सख्ती, क्या है टारगेट

मध्यप्रदेश के अखबारों में छपी तमाम ख़बरों का जायज़ा हम समवेत की ख़ास पेशकश समाचार सारांश में

Updated: Feb 21, 2022, 02:59 AM IST

अब अलग अलग अखबार पढ़ने से मुक्ति। हम समवेत के 'समाचार सारांश' में सुनिए एमपी के अखबारों में छपी खबरें एक साथ। यहां आपको मिलेगी वो खबरें जो आपके लिए जानना महत्वपूर्ण हैं।

 

RSS Chief मोहन भागवत का MP दौरा

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत इनदिनों उज्जैन में हैं। उन्होंने ने कार्यकर्ताओं को मालवा क्षेत्र में संघ की शाखाएं दोगुनी करने का लक्ष्य दिया है। उन्होंने कहा है कि कोराना काल खत्म हो गया है। अब जो शाखाएं बंद हो गई हैं या नियमित नहीं चल रही हैं, उन्हें दोबारा शुरू करें। दो घंटे चले सत्र में संघ प्रमुख ने कार्यकर्ताओं से कहा कि शाखाएं शुरू होगी तो लोग एकत्र होंगे और गतिविधियां भी शुरू होंगी। ऐसे में कार्यकर्ता स्वयं को और जागृत करें तथा राष्ट्रहित में काम करें।


बीजेपी के बड़े नेताओं की सीट पर कांग्रेस का फोकस

कांग्रेस मुख्यालय में रविवार को डिजिटल सदस्यता अभियान के लिए ट्रेनिंग शुरू की गई, जिसमें जिला प्रभारी और सोशल मीडिया के पदाधिकारी शामिल हुए। पार्टी को मजबूत करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जाएगा। डिजिटल सदस्यता अभियान में सदस्यों की जानकारी अब ऑनलाइन दर्ज की जाएगी। इसमें सदस्यों की मोबाइल से फोटो या सेल्फी लेकर फोटो अपलोड करना होगा। सदस्य के मोबाइल और आधार कार्ड नंबर भी भरना करना होगा। इसके लिए कार्यकर्ता को घर-घर जाना होगा। अब घर पर बैठकर फोटो लेकर सदस्य का फॉर्म भरा नहीं जा सकेगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि कांग्रेस का फोकस बीजेपी के बड़े नेताओं की सीट पर रहेगा।

आंगनवाड़ियों में मशीन खराब, पोषण अभियान पर सवाल

मध्यप्रदेश में इन दिनों सघन पोषण पखवाड़ा चल रहा है। इसमें सरकार घर-घर जाकर मां और बच्चे के पोषण की जांच करा रही है। लेकिन बड़ी बात ये है कि मां और बच्चे की जांच का जिम्मा जिन 85 हजार आंगनवाड़ियों के भरोसे हैं, उनकी हालत बहुत ही खराब है। इन आंगनवाड़ियों में मां का वजन मापने वाली 30 हजार 465 डिजिटल वेट मशीनें बंद पड़ी हैं तो बच्चों का वजन जांचने वाली 10 हजार 158 मशीनें खराब हैं। बच्चों की लंबाई मापने वाले 16 हजार 647 स्टेडियो और इंफेंटोमीटर भी खराब पड़े हैं। ये की मशीनें 40 से 50 करोड़ रुपये में चार साल पहले खरीदी गई थीं। यह खुलासा महिला एवं बाल विकास विभाग की ताजा रिपोर्ट से हुआ है।