अब जोमैटो में भी छंटनी शुरू, 100 कर्मचारियों को दिखाया बाहर का रास्ता, विश्वभर में आर्थिक मंदी के संकेत

वर्तमान में करीब जोमैटो के पास 3,800 कर्मचारी हैं, रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी ने 4 फीसदी कर्मचारियों को निकालकर कोस्ट कटिंग की योजना बनाई है।

Updated: Nov 19, 2022, 01:44 PM IST

नई दिल्ली। ट्विटर और फेसबुक के बाद अब फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने भी अब कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक जोमैटो ने करीब 100 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। विश्वभर में आर्थिक मंदी के संकेतों के बीच जोमैटो के इस फैसले से वहां काम कर रहे कर्मचारी चिंतित हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी ने 4 फीसदी कर्मचारियों को निकालकर कोस्ट कटिंग की योजना बनाई है। कंपनी तेजी से बढ़ते चैलेंजिंग मैक्रो एनवायरनमेंट में कॉस्ट कटिंग और प्रॉफिटेबल बनने की कोशिश कर रही है। कंपनी का प्लान अपने टोटल वर्कफोर्स में से कम से कम 4% एम्प्लॉईज की छंटनी करने का है।

इस मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि प्रोडक्ट, टेक, कैटलॉग और मार्केटिंग जैसे फंक्शंस में कम से कम 100 एम्प्लॉई पहले ही छंटनी का शिकार हो चुके हैं। हालांकि, सप्लाई चेन के एम्प्लॉईज प्रभावित नहीं हुए हैं। बता दें कि गुरुग्राम बेस्ड कंपनी जोमैटो में अभी करीब 3,800 एम्प्लॉईज काम करते हैं। जोमैटो ने आखिरी बार 2020 में छंटनी की थी, तब कंपनी ने महामारी के कारण कारोबार में मंदी के चलते 4,320 में से लगभग 13% स्टाफ यानी 550 से ज्यादा एम्प्लॉईज को निकाल दिया था।

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पिछले तीन हफ्तों में कंपनी के तीन टॉप लेवल एम्प्लॉईज ने इस्तीफा दे दिया है। जोमैटो के को-फाउंडर मोहित गुप्ता, न्यू इनीशिएटिव हेड राहुल गंजू और इंटरसिटी हेड सिद्धार्थ जेवर ने सीनियर लेवल मैनेजमेंट पर स्थिरता की चिंताओं को देखते हुए इस्तीफा दे दिया था। बता दें कि मेटा और ट्विटर जैसी कंपनियों द्वारा छंटनी के बाद विश्वभर में मंदी के संकेत मिल रहे हैं। हाल ही में अमेजन के सीईओ ने मंदी को लेकर लोगों को खर्चे में कटौती करने की चेतावनी दी थी।