दिल्ली में चुनाव की तारीखों का ऐलान: 5 फरवरी को होगा मतदान और 8 को आएंगे नतीजे
चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया है। दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को चुनाव नतीजे सामने आएंगे।
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में 5 फरवरी को सिंगल फेज में चुनाव होगा। जबकि नतीजे 8 फरवरी को आएंगे। चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ ही दिल्ली में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। बता दें कि विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि पूरी दुनिया में 2024 में चुनाव हुए। 2024 में 8 राज्यों में चुनाव हुए और लोकसभा चुनाव हुए। विश्व में मैक्सिमम वोटिंग का रिकॉर्ड हमारे पास बना। वायलंस फ्री इलेक्शन और महिलाओं की भागीदारी की रिकॉर्ड बना। एक और मुकाम हम हासिल करने वाले हैं। हम 99 करोड़ वोटर्स को पार कर रहे हैं। हम एक अरब वोटर्स वाला देश बनने वाले हैं। ये एक वर्ल्ड रिकॉर्ड होगा।
चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोप पर राजीव कुमार ने शायरी से जवाब दिया। उन्होंने कहा, "कर न सके इकरार तो कोई बात नहीं, मेरी वफा का इन्हें ऐतबार तो है, शिकायत भले ही हो, मगर सुनना, सहना सुलझाना हमारी आदत है।"
चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनावी प्रक्रिया को लेकर उठ रहे सवालों पर कहा कि बीते चुनाव के दौरान कुछ-कुछ शंकाएं भी खड़ी की गईं। कहा गया कि, महाराष्ट्र चुनाव के बाद और दिल्ली चुनाव से पहले मतदाता सूची में गलत मतदाता को जोड़ा और हटाया गया। ऐसा भी कहा जाता है कि किसी खास ग्रुप को टारगेट किया गया। ईवीएम को मैनिपुलेट करने की बात कही गई। यह भी कहा गया कि 5 बजे के बाद वोट प्रतिशत बढ़ जाता है, आज इन सभी शंकाओं और आरोपों का जवाब दूंगा।
चुनाव आयुक्त ने कहा कि ईवीएम पोलिंग डे से 7-8 दिन पहले तैनात किए जाते हैं। हर कदम की उम्मीदवारों को उनके एजेंट के जरिए जानकारी दी जाती है। वोटर लिस्ट की तैयारी के हर कदम में राजनैतिक दल शामिल होते हैं। वोटर लिस्ट में कहीं से कोई छेड़छाड़ नहीं होती। मतदाता काटने का मसला चुनाव के समय सिर्फ उठाया जाता है, ये deletion असंभव है। किसी पोलिंग बूथ पर 2 प्रतिशत से ज्यादा मतदाता का नाम काटा जाएगा तो अधिकारी जाकर खुद चेक करते हैं। मतदाता सूची को लेकर पारदर्शिता हमारी प्राथमिकता है।
बता दें कि साल 2020 में 6 जनवरी को चुनावी तारीखों का ऐलान किया गया था। 8 फरवरी को वोटिंग के बाद 11 फरवरी को वोटों की गिनती की गई थी। जिसमें आम आदमी पार्टी को बंपर जीत मिली थी। चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की कुल 70 विधानसभा सीटों में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि भाजपा ने आठ सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि, इस बार माहौल काफी अलग है। कांग्रेस पार्टी पूरी ताकत से चुनावी मैदान में उतरी है। ऐसे में परिणामों में बड़ा अंतर देखने को मिल सकता है।