CM शिवराज ने पीएम मोदी को बताया गांधी, बोस और पटेल का संगम, कमलनाथ बोले- अमिताभ बच्चन कह लीजिए

एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को पीएम मोदी को महात्मा गांधी, सुभाषचंद्र बोस और सरदार वल्लभभाई पटेल का त्रिवेणी संगम कहा

Updated: Jun 01, 2022, 04:55 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गांधीजी, सुभाष चंद्र बोस और वल्लभभाई पटेल का ‘त्रिवेणी संगम’बताने पर बयानबाजी शुरू हो गई। शिवराज के बयान के थोड़ी देर बाद ही पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कह दिया कि शिवराज चाहें तो प्रधानमंत्री को अमिताभ बच्चन भी कह सकते हैं।

दरअसल, इसकी शुरुआत मंगलवार को भोपाल में गरीब कल्याण सम्मेलन के दौरान हुई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि एक महान नेता की दूसरे के साथ तुलना करना सही नहीं है। यदि फिर भी करना पड़े तो केवल गांधीजी ही नहीं, नरेंद्र मोदी में उन्हें नेताजी सुभाषचंद्र बोस और सरदार वल्लभभाई पटेल का ‘त्रिवेणी संगम’ दिखाई देता है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को ‘भारत के लिए भगवान का वरदान’भी बताया है।

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सीएम चौहान ने अपनी बात को समझाते हुए तर्क दिया की।पीएम मोदी गांधीजी की तरह हाथ में झाडू लेकर लोगों को स्वच्छता से जोड़ा। पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ किया। इसलिए वे सुभाशचंद्र बोस के जैसे हैं। देश की एकता के लिए अनुच्छेद 370 को रद्द करके कश्मीर को पूरी तरह से भारत के साथ जोड़ने के लिए वह सरदार पटेल की तरह दिखाई देते हैं।

शिवराज ने दावा किया कि उत्तरपूर्व में मोदी जितनी बार गए, उतना आजतक कोई प्रधानमंत्री नहीं गया। सीएम के मुताबिक नरेंद्र मोदी ने वहां अलगाववाद की भावना को समाप्त किया। उन्होंने मोदी को ‘मैन ऑफ डायनामिक आइडियाज’ भी बताया। उन्होंने कहा कि मोदी ने देश की राजनीति का एजेंडा इतना बदल दिया है कि कांग्रेस भी चुनाव के लिए एक परिवार एक टिकट का मानदंड अपनाने के लिए मजबूर है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह एक चमत्कार है जिसे केवल मोदी ही कर सकते हैं।’

सीएम के इस बयान के थोड़ी देर बाद ही पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इसपर करारा पलटवार किया। कमलनाथ ने कहा शिवराज कल को मोदी जी को अमिताभ बच्चन भी कह सकते हैं। कमलनाथ ने ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर भी घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार ओबीसी आरक्षण के गलत आंकड़े पेश कर रही है। कमलनाथ ने कुछ जिलों में ओबीसी आरक्षण शून्य होने का दावा भी किया।