MP: अनुसूचित जाति आयोग अध्यक्ष के दफ़्तर में लगाया ताला

BJP Politics: गुना में दलित किसान की पिटाई मामले की जाँच से नाराज़, कांग्रेस सरकार में नियुक्त अध्यक्ष के ऑफ़िस किया बंद

Publish: Jul 23, 2020, 07:57 AM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश के राज्य अनुसूचित जाति आयोग में आज जमकर पॉलिटिकल ड्रामा हुआ। आयोग के अध्यक्ष डॉ आंनद अहिरवार को बुधवार (22 जुलाई) को उनके दफ्तर के बाहर बैठने पर मजबूर होना पड़ा। गुना में दलित परिवार के साथ हुई बर्बर घटना का दौरा कर राजधानी भोपाल पहुंचे आयोग के अध्यक्ष अहिरवार के केबिन में ताला लगा कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। आयोग के सचिव एवं अन्य पदाधिकारियों ने आनंद अहिरवार को  अध्यक्ष मानने से इनकार कर दिया है।

इस घटना के बाद अहिरवार सचिव के कमरे के बाहर ही धरने पर बैठ गए। उनका कहना है कि उन्हें इस बात की लिखित आदेश दिखाया जाए। उन्होंने इस संबंध में आयुक्त को पत्र लिखकर जानकारी भी मांगी है। दरअसल, अहिरवार दोपहर में जब अपने दफ्तर पहुंचे तो उनके कार्यालय के गेट पर ताला जड़ दिया गया और राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त अहिरवार को दफ्तर में घुसने नहीं दिया गया। इसके बाद वह सचिव के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए। सचिव का कहना है कि गुना में दलित किसान से पिटाई कांड को संज्ञान में लेकर सरकार को पत्र लिखने के बाद निर्देश मिले हैं कि आनंद अहिरवार को कार्यालय में घुसने नहीं दिया जाए। हालांकि उन्होंने कोई लिखित आदेश नहीं दिखाया। आयोग के कार्यालय में इस पॉलिटिकल ड्रामे के दौरान पूरे दिन गहमागहमी का माहौल रहा। 

कोर्ट में है मामला

अहिरवार ने इस घटने को हाईकोर्ट के आदेशों की खुली अवहेलना करार दिया है। उनका कहना है कि, 'मध्यप्रदेश शासन किसी भी तरह के व्यवस्था और कोर्ट के नियमों को मानने को तैयार नहीं है। कोर्ट से उन्हें अनुमति मिली थी कि वह इस पद पर बने रह सकते हैं, बावजूद इसके उन्हें कार्यालय में घुसने से रोका गया। बताया जा रहा है कि गुना में दलित परिवार पर हुए पुलिस बर्बरता को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। इस वजह से उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है। गुना दौरे के दौरान उन्होंने कहा था कि कब्जा धारी पर करवाई करने के बजाए दलित परिवार पर की गई है। इस घटना के पीछे जो लोग हैं उनके खिलाफ करवाई की जानी चाहिए।