राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू आज भोपाल में साहित्य और कला उत्सव का शुभारंभ करेंगी, देशभर के 500 कलाकार देंगे प्रस्तुति

राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू आज भोपाल में साहित्य और कला उत्सव का शुभारंभ करेंगी, देशभर के 500 कलाकार देंगे प्रस्तुति

Publish: Aug 03, 2023, 11:17 AM IST

भोपाल। गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भोपाल दौरे पर आ रही हैं। इस दौरान वे आज सुबह 11:30 बजे भोपाल में रविंद्र भवन के हंसध्वनी सभागार में साहित्य एवं कला उत्सव “उत्कर्ष” और “उन्मेष” का शुभारंभ करेंगी। राष्ट्रपति के स्वागत में देशभर के 500 से ज्यादा कलाकार नृत्य प्रस्तुति देंगे। मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहेंगे। 

इस तरह होगा कार्यक्रम का शेड्यूल 

राष्ट्रपति कार्यक्रम के अनुसार वे 5 घंटे 10 मिनट तक भोपाल में रहेंगी। सुबह 9.40 बजे दिल्ली से भारतीय वायु सेना के विमान से भोपाल रवाना होंगी। सुबह करीब 11.20 बजे राजाभोज विमानतल भोपाल पहुंचेंगी। सुबह 11.40 बजे रविंद्र भवन पहुंचेंगी जहां साहित्य और कला उत्सव का शुभारंभ करेंगी। इसके बाद दोपहर करीब 1.30 बजे वे राजभवन के लिए निकलेंगी। यहां वे शाम 4.15 बजे तक अलग अलग कार्यक्रमों में शिरकत करेंगी। शाम 4.30 बजे वे राजाभोज विमानतल से वापस दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

भोपाल में इन मार्गों पर ट्रैफिक व्यवस्था डायवर्ट रहेगी

राष्ट्रपति के दौरे को ध्यान में रखकर शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं। एयरपोर्ट से लेकर रविंद्र भवन तक कई रुट आज बंद रहेंगे। सभी प्रकार के मालवाहक, भारी, व्यावसायिक एवं अनुमति प्राप्त वाहन (समय 10ः30 बजे से शाम 05ः00 बजे तक) पाॅलिटेक्निक चौराहा से रविन्द्र भवन, के.एन प्रधान, राजभवन एवं मछलीघर तिराहा से गांधी पार्क तिराहा तक पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगे। (समय 10ः30 बजे से 05ः00 बजे तक) इंदौर, उज्जैन की ओर से आने-जाने वाली यात्री बसों का हलालपुर बस स्टैण्ड से आगे लालघाटी की ओर प्रवेश प्रतिबंधित होगा। बसें हलालपुर बस स्टेण्ड पर समाप्त होंगी। राजगढ़-ब्यावरा मार्ग की ओर से हलालपुर बस स्टैण्ड आने-जाने वाली यात्री बसें मुबारकपुर बायपास तिराहा से खजूरी बायपास तिराहा से बैरागढ़ मार्ग होते हुए हलालपुर बस स्टैण्ड तक जा पाएंगी।

उत्कर्ष-उन्मेष उत्सव की प्रमुख बातें

उत्कर्ष' और 'उन्मेष' साहित्य और कला का सबसे बड़ा उत्सव होगा। आयोजन में देश के सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों के करीब 800 कलाकार शामिल होंगे। तीन दिन के आयोजन में सौ भाषाओं के 500 से अधिक लेखक भी शामिल होंगे। प्रतिदिन 12 राज्यों के जनजातीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां दी जाएंगी। लोक एवं जनजातीय प्रदर्शन कलाओं का प्रदर्शन होग। उत्सव का लाइव प्रसारण संगीत नाटक अकादमी के फेसबुक और यूट्यूब चैनल सहित संस्कृति विभाग के फेसबुक और यूट्यूब चैनल पर किया जाए