MP में बारिश, बाढ़ और बर्बादी, हजारों लोग हुए बेघर, खतरे के निशान से 18 फीट ऊपर बह रही है नर्मदा

बड़वानी में नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान से 18 फीट ऊपर है। जिस कारण इसके किनारे बसे हुए 12 गांवों में बाढ़ आ गयी। यहां के लोग घरों को छोड़कर शिविरों में रहने को मजबूर हैं।

Updated: Sep 18, 2023, 04:25 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में बीते एक हफ्ते से हो रही बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। हालांकि आज और कल पूर्वी मध्य प्रदेश में मौसम साफ रहेगा। लेकिन लगातार हुई बारिश के कारण प्रदेश की अधिकांश नदियां उफान पर बह रहीं हैं। जिस कारण इनसे लगे क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित हुआ है। नर्मदा, चंबल, शिवना, क्षिप्रा, कालीसिंध नदियां अभी भी उफान पर हैं। प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में बारिश ने तबाही मचाई हुई है।

बड़वानी में खतरे के निशान से 18 फीट ऊपर बह रही है नर्मदा
बड़वानी में नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान से 18 फीट ऊपर है। जिस कारण इसके किनारे बसे हुए 12 गांवों में बाढ़ आ गयी। यहां के लोग घरों को छोड़कर शिविरों में रहने को मजबूर हैं। कई लोग बाढ़ के बीच बिजली, पानी की सुविधाओं के बिना रह रहे हैं। घरों में पानी घुसने से इन गांवों में कई परिवारों के घर ढह गये हैं। नर्मदा बचाओ आंदोलन से जुड़े लोग इन गांवों में लोगों के बीच रह कर लगातार इनकी सहायता कर रहे हैं। वहीं नहर फूटने के कारण यहां स्टेट बड़वानी-सेंधवा स्टेट हाईवे बंद हो गया।

झाबुआ में तालाब फूटने से पानी में बहे 8 लोगों में से 3 के शव बरामद
झाबुआ में भारी बारिश के कारण शनिवार को बहादुरपाड़ा गांव स्थित तालाब फूट गया जिसमें गांव के 8 लोग वह गए। अबतक 3 शव बरामद किए गए हैं। वहीं 5 लोगों की तलाश जारी है। एसडीआरएफ की टीम लगातार लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई है। प्रशासन ने अन्य लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।

रतलाम में रेलवे ट्रैक धंसने से कई ट्रेनों का रूट डायवर्ट
रतलाम रेल मंडल से गुजरने वाली कई ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया गया है। भारी बारिश के चलते यहां शुक्रवार को रेलवे ट्रैक धंस गया था। जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारी मौके पर।पहुंचे। रतलाम मंडल के पंच पिपलिया और अमरगढ़ के बीच रेल ट्रैक की मिट्टी बह जाने से दिल्ली मुंबई का अपलाइन ट्रैक प्रभावित हुआ है। दिल्ली से रतलाम होकर जाने वाली कई ट्रेनों के रूट को डायवर्ट किया गया है और आज करीब 7 ट्रेन निरस्त रहेंगी।

उज्जैन में बाढ़ का कहर, 394 लोगों को रेस्क्यू टीम ने बचाया
उज्जैन में बाढ़ से कई लोग बेघर हो गए। वहीं रेस्कयू टीम ने गांव से 394 लोगों को बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। बाढ़ के बीच फंसी एक गर्भवती स्त्री को हेलीकॉप्टर से रेस्कयू कर बचाया गया। लिवर पेन बढ़ने के बाद कलेक्टर ने हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू करने के निर्देश दिए थे। सेमलिया गांव में फंसे ग्रामीणों का भी हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया।

रतलाम, उज्जैन, मंदसौर, इंदौर में आज सभी स्कूलों में अवकाश घोषित
बारिश के चलते इंदौर, रतलाम, उज्जैन, मंदसौर में प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सभी शासकीय अशासकीय स्कूलों में नर्सरी से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए अवकाश घोषित की है।

सीएम ने की समीक्षा बैठक
सीएम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के अधिकारियों से देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंस पर मीटिंग भी ली। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा, “मैं प्रभावित क्षेत्रों- खरगोन, बड़वानी, धार, खंडवा, बुरहानपुर, अलीराजपुर और इंदौर के कलेक्टरों और अन्य अधिकारियों के संपर्क में हूं। स्थिति नियंत्रण में है और एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमों को तैनात किया गया है।”

 

बारिश ने पूरा किया सीजन की औसत बारिश का कोटामध्य प्रदेश में अगस्त में हुई कम बारिश का कोटा भी अब पूरा हो गया। लगातार एक हफ्ते की बारिश में सभी जगह बारिश का औसत का कोटा पूरा हो गया। प्रदेश में औसत से कम बारिश केवल अशोकनगर, रीवा, सतना, सीधी में हुई है। भारी बारिश के कारण प्रदेश के लभगभ सभी बड़े जलाशय और बांध फुल हो चुके। कई डैमों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे निचले इलाकों में नदियां गांव तक पहुंच गईं और बाढ़ जैसे हालात बन गए।