इंदौर में चूहों का आतंक: 70 साल पुराने शास्त्री ब्रिज को कुतर डाला, ब्रिज के एक हिस्से में बन गया 5 फीट गड्ढा
इंदौर के 70 साल पुराने शास्त्री ब्रिज में रविवार को अचानक 5 फीट का गड्ढा बन गया। जांच में पाया गया कि चूहों के बिलों से मिट्टी कमजोर हो गई थी।
इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के सबसे पुराने और व्यस्त पुलों में से एक शास्त्री ब्रिज पर रविवार को बड़ा हादसा होने से टल गया। दोपहर के समय अचानक पुल के बीचोंबीच करीब 5 फीट गहरा गड्ढा उभर आया। सौभाग्य से उस वक्त ट्रैफिक कम थी नहीं तो कोई गंभीर दुर्घटना हो सकती थी। घटना की जानकारी मिलते ही नगर निगम और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि पुल के नीचे चूहों ने कई बिल बना रखे थे जिससे मिट्टी कमजोर पड़ गई और सड़क धंस गई।
गड्ढा पुल के उस हिस्से में बना जो पंजाब नेशनल बैंक के सामने स्थित है। नगर निगम की टीम वहां जलभराव की समस्या देखने गई थी तभी उन्होंने सड़क में धंसी हुई जगह देखी। स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए पुलिस ने तुरंत इलाके की बैरिकैडिंग कर ट्रैफिक को दूसरे रास्ते पर डायवर्ट कर दिया। हादसे की आशंका के बीच निगम ने तत्काल मरम्मत कार्य शुरू किया और सोमवार तक पुल के उस हिस्से की भराई और मजबूती का काम पूरा कर लिया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह कोई पहली घटना नहीं है। कुछ महीने पहले भी इसी ब्रिज के एक हिस्से पर गड्ढे बनने लगे थे जिनकी मरम्मत के बाद मामला शांत हो गया था। अब दोबारा सड़क धंसने से नगर निगम और निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। लोगों का कहना है कि सात दशक पुराने पुल की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है लेकिन नियमित निरीक्षण और रखरखाव पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती जांच में पाया गया है कि ब्रिज के नीचे चूहों ने कई जगह बिल बना लिए थे। इन बिलों के चलते मिट्टी खोखली हो गई जिससे सड़क का ऊपरी हिस्सा दबाव सहन नहीं कर सका और धंस गया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना शहर के पुराने ढांचों की जर्जर स्थिति की ओर इशारा करती है और ऐसे पुलों की तत्काल तकनीकी जांच कराई जानी चाहिए।
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करीब 70 साल पुराना शास्त्री ब्रिज इंदौर को शहर के दो हिस्सों से जोड़ता है और रोजाना यहां हजारों वाहन गुजरते हैं। यहां पर अब सवाल ये खड़ा होता है कि इतने पुराने पुल की स्थिति का नियमित मूल्यांकन क्यों नहीं किया गया। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि पूरे ब्रिज की सेफ्टी ऑडिट कराई जाए ताकि भविष्य में किसी बड़ी दुर्घटना को टाला जा सके।




