इंदौर में स्कूल बस ने रेस्टोरेंट मालिक को कुचला, सड़क पर शव रखकर धरने पर बैठे लोग
माणिकबाग ब्रिज के पास रेस्टोरेंट मालिक दीपक चावला को स्कूल बस ने कुचला था, बुधवार सुबह रहवासियों ने परिवार के साथ माणिकबाग रोड पर चक्काजाम कर दिया।
इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में माणिकबाग ब्रिज के नीचे लॉरेंस स्कूल इंटरनेशनल की बस से रेस्टोरेंट कारोबारी को कुचलने के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। बुधवार सुबह रहवासियों ने मृतक के परिजनों के साथ माणिकबाग रोड पर चक्काजाम कर दिया। वे शव को रोड पर रखकर 3 घंटे से ज्यादा समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। माणिकबाग रोड पर जाम के बाद ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया गया है।
प्रदर्शन की सूचना मिलने के बाद यहां जोन- 4 के अफसर मौके पर पहुंचे और जाम खत्म करने के लिए परिवार से चर्चा की। परिवार और समाज ने कलेक्टर आशीष सिंह को मौके पर बुलाने, स्कूल मैनेजमेंट पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज करने, मृतक की पत्नी को नौकरी, दोनों बच्चियों की लाइफ टाइम पढ़ाई का खर्च उठाने, एक फ्लैट और स्कूल से दो करोड़ का मुआवजा दिलाने की मांगें की हैं। वे अपनी मांग पर अड़े हुए हैं।
परिवार ने कहा कि इस मामले में सिर्फ ड्राइवर को आरोपी बनाया गया है, जबकि स्कूल मैनेजमेंट पर भी मुकदमा होना ही चाहिए। प्रशासन और पुलिस समझाने की कोशिश कर रही है। आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि एक दिन पहले मंगलवार को स्कूल की बस ने एक्टिवा सवार दो युवकों को टक्कर मार दी थी। 32 वर्षीय रेस्टोरेंट मालिक दीपक चावला की मौत हो गई। दूसरा गंभीर घायल है। मृतक के परिवार में पत्नी, दो छोटे बच्चे और बुजुर्ग माता पिता और एक छोटा भाई है।
सिंधी समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि यदि हमारी मांगें नहीं मानी जाती हैं और कलेक्टर यहां नहीं आते हैं तो हम अपना व्यापार बंद करके कलेक्टर ऑफिस में इससे भी ज्यादा उग्र प्रदर्शन करेंगे। परिजनों का कहना है कि बस ड्राइवर शराब पीकर इस तरह से लापरवाही पूर्वक वाहन चला रहा था। इसलिए पूरी तरह से स्कूल की जिम्मेदारी है। मौके पर पहुंचे एसडीएम राऊ राकेश परमार ने कहा कि पत्नी को नौकरी देने सहित अन्य मांगें की गई हैं। सरकार को अवगत कराया जाएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।