महाराष्ट्र सरकार का बड़ा फैसला, 0-14 साल की लड़कियों को मिलेगी मुफ्त कैंसर वैक्सीन
महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में कैंसर के बढ़ते मामलों को देखते हुए एक अहम फैसला लिया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर ने घोषणा की है कि 0 से 14 साल की बच्चियों को मुफ्त कैंसर वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी।

महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में कैंसर के बढ़ते मामलों को देखते हुए एक अहम फैसला लिया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर ने घोषणा की है कि 0 से 14 साल की बच्चियों को मुफ्त कैंसर वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी। यह पहल राज्यभर में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को रोकने के उद्देश्य से की जा रही है। उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है, जिसके बाद इसे जल्द ही पूरे राज्य में लागू किया जाएगा। मंत्री ने बताया कि बदलती जीवनशैली और अनियमित खानपान के कारण कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पहले यह बीमारी आमतौर पर धूम्रपान और अन्य नशे की लत से जुड़ी मानी जाती थी, लेकिन अब यह हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर रही है, जिसमें बच्चे भी शामिल हैं। सरकार का मानना है कि सही समय पर टीकाकरण कराकर इस बीमारी के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह योजना जल्द ही राज्य के सभी जिलों में लागू की जाएगी ताकि अधिक से अधिक बच्चियों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि यह धारणा गलत है कि कैंसर सिर्फ तंबाकू, गुटखा और शराब के सेवन से होता है। अस्वस्थ जीवनशैली, पौष्टिक आहार की कमी और अन्य पर्यावरणीय कारक भी इस बीमारी के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। सरकार इस स्वास्थ्य संकट को गंभीरता से ले रही है और इसके समाधान के लिए प्रभावी कदम उठा रही है। पिछले महीने केंद्रीय मंत्री प्रतापराव जाधव ने कहा था कि कैंसर वैक्सीन अगले 5-6 महीनों में उपलब्ध हो जाएगी, जिससे 9 से 16 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों को लाभ मिलेगा। इससे संबंधित सभी शोध कार्य पूरे हो चुके हैं और वैक्सीन का परीक्षण अंतिम चरण में हैं।
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इसके अलावा, महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में तेजी से फैल रहे बर्ड फ्लू को लेकर भी सतर्कता बढ़ा दी है। विदर्भ क्षेत्र में कौवों में एवियन इंफ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) के मामले सामने आए हैं, हालांकि अभी तक इंसानों में इसके संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। सरकार ने रोकथाम के लिए प्रभावित इलाकों में चिकन की दुकानों को अस्थायी रूप से बंद रखने के निर्देश दिए हैं। संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजे गए हैं। सरकार का कहना है कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और संक्रमण को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इस तरह, महाराष्ट्र सरकार का यह निर्णय स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे न सिर्फ कैंसर जैसी गंभीर बीमारी पर नियंत्रण किया जा सकेगा, बल्कि बर्ड फ्लू जैसी अन्य संक्रामक बीमारियों के प्रसार को भी रोका जा सकेगा।