खेत डूब गए, घर डूब गए, गुजरात सरकार से बात करे शिवराज सरकार, डूब प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे कांग्रेस विधायक

धार जिले के कुक्षी से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र सिंह हनी बघेल शनिवार को अपने विधानसभा क्षेत्र में डूब प्रभावितों से मुलाकात कर शिवराज सरकार को जमीनी हालातों से अवगत कराया।

Updated: Sep 16, 2023, 07:38 PM IST

धार। मध्य प्रदेश में मानसून के नए सिस्टम सक्रिय होने के कारण झमाझम बारिश का दौर जारी है। पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के कई जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है। भारी बारिश और सरदार सरोवर बांध में वाटर लेवल बढ़ने से धार जिला अंतर्गत कुक्षी विधानसभा क्षेत्र के कई गांव डूब चुके हैं। शनिवार को  कुक्षी से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र सिंह हनी बघेल शनिवार को अपने विधानसभा क्षेत्र में डूब प्रभावितों से मुलाकात कर शिवराज सरकार को जमीनी हालातों से अवगत कराया।

कांग्रेस विधायक सुरेंद्र सिंह हनी बघेल ने ग्राउंड जीरो से वीडियो बनाकर बताया है कि किस तरह से वहां के लोग परेशान हैं। हनी बघेल कहते हैं, 'शिवराज जी यह दस देखिए यह मेरी विधानसभा क्षेत्र का डूब प्रभावित क्षेत्र है। लोगों की फ़सल देखिए डूब चुकी है, मकान डूब चुके हैं। मध्य प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार थी पंद्रह महीने, मैंने स्वयं डूब प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और हमारी सरकार ने सर्वे करके  डूब प्रभावितों को लाभ देने के लिए प्रस्ताव बनाया। सरकार गिर गई आपकी सरकार बनी। आप उस विभाग के मंत्री भी हैं। आप यह दस देखिए क्या आपको डूब प्रभावित लोग यहां पर दिखते नहीं हैं।'

हनी बघेल ने आगे कहते हैं, 'पूरे क्षेत्र में बिजली गुल हैं, अगर शिवराज जी आप जनता के बारे में सोचते हैं, डूब प्रभावितों के पास आएं, सर्वे कराएं और मुआवजा दें। हमारी सरकार ने सर्वे कराए थे लेकिन सरकार बदलने के बाद आपने सब काम रोक दी। एक आम जनता के प्रति आपका ये सोच है। डूबनेवाला कांग्रेस का भी हो सकता है, डूबने वाला BJP का भी हो सकता है। आपकी सरकार को निर्णय लेकर उन्हें मुआवजा देना चाहिए।'

हनी बघेल आगे कहते हैं, 'शिवराज सरकार को गुजरात सरकार से बात करना चाहिए। शुक्रवार रात से 15 मीटर पानी बढ़ चुका। प्रदेश के लोगों की ज़मीनें डूब चुकी हैं, मकान डूब चुके हैं, सीएम शिवराज गुजरात सरकार को क्यों नहीं कहते की पानी छोड़िए। अगर एक दो दिन तक उन्होंने वहां पानी नहीं छोड़ा तो लोग और प्रभावित होंगे। मैं आपसे कहना चाहता हूं कि जल्द से जल्द डूब प्रभावितों के हित में निर्णय लीजिए और गुजरात सरकार से बात करिए ताकि यहां पानी कम हो सके।'