जो पार्टी हिंसा को प्रोत्साहन देती है वो सरकार में रहने के लायक नहीं, प्रतिकार यात्रा में बोले विवेक तन्खा
जबलपुर में कांग्रेस नेताओं ने पार्टी कार्यालय पर हमला के विरोध में शहीद स्मारक से मौन जुलूस निकाला जो टाउन हॉल में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना प्रदर्शन के साथ संपन्न हुआ।

जबलपुर। बजरंग दल द्वारा जबलपुर स्थित कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ का मुद्दा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस इस घटना के विरुद्ध लगातार प्रदर्शन कर रही है। रविवार को कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने मौन प्रतिकार यात्रा निकाला। कांग्रेसियों ने टाउन हॉल स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना दिया। इस दौरान कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि जो पार्टी हिंसा को प्रोत्साहन देती है वो सरकार में रहने के लायक नहीं है।
कांग्रेस नेताओं ने घटना के विरोध में शहीद स्मारक से मौन जुलूस निकाला जो टाउन हॉल में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना प्रदर्शन के साथ संपन्न हुआ। इस दौरान राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा, 'जबलपुर में खुलेआम गुंडागर्दी चल रही हैं। पुलिस मूकदर्शक बनकर बैठी हुई हैं। घटना के दिन पुलिस मौके पर मौजूद नहीं थी और घटना के बाद उन्हें घर भेजने का काम किया था। हमें ऐसे शासन-प्रशासन की जरूरत नहीं हैं। अब बदलाव का वक्त आ गया हैं। इस मौन यात्रा में कांग्रेस के लोग ही नहीं बल्कि आमजन भी शामिल हुए हैं।'
जबलपुर ॥ यदि कोई पार्टी हिंसा में विश्वास करती है , यह हिंसा को प्रोत्साहन देती है , या हिंसा करने वालो को संरक्षण देती है , वो सरकार में रहने के लायक़ नहीं है। @RahulGandhi @priyankagandhi @inc_jpagarwal @OfficeOfKNath pic.twitter.com/YFnyDxsKO9
— Vivek Tankha (@VTankha) May 8, 2023
कांग्रेस की इस यात्रा में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और प्रदेश प्रभारी जे.पी अग्रवाल भी शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहां हमें हिंसा का मुकाबला हिंसा से नही करना हैं। हम गांधीवादी लोग हैं। भाजपा ताकत के नशे में आ गई हैं। भाजपा हिंसा का रास्ता अपना रही हैं। यह बेहतर लोकतंत्र नहीं हैं।
इस दौरान जबलपुर के महापौर एवं शहर कांग्रेस अध्यक्ष जगत बहादुर सिंह ने कहा कि हम गांधीवादी लोग हैं। हम उनके कार्यालय में घुसने वाले नहीं हैं। हम तब तक शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे जब तक बजरंग दल के 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार नहीं किया जाता। इनमें से कुछ हिस्ट्रीशीटर भी हैं।
बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी घोषणा पत्र में बजरंग दल जैसे कथित उपद्रवी संगठनों पर बैन लगाने की बात कही गई थी। इसके विरोध में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने 4 मई को जबलपुर के बल्देवबाग स्थित कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की थी। कांग्रेस पार्टी की शिकायत पर पुलिस ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर प्रकरण दर्ज कर लिया था। पुलिस ने तोड़फोड़ के अपराध में 10 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था। जिन्हें न्यायालय से जमानत मिल गया है।