सांप्रदायिक उन्माद फैलाने में आडवाणी की भूमिका, उन्हें भारत रत्न देना सर्वोच्च सम्मान का अपमान: उमंग सिंघार

मैं अभी तक समझ नहीं सका कि आखिर आडवाणी जी ने ऐसा कौन सा काम किया है की उन्हें 'भारत रत्न' देने का फैसला किया गया: उमंग सिंघार

Updated: Feb 04, 2024, 05:54 PM IST

भोपाल। केंद्र की मोदी सरकार ने भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने की घोषणा की। इस ऐलान के बाद लोगों की मिलिजुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है। मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी काे भारत रत्न देने का विरोध किया है। 

उमंग सिंघार ने कहा कि आडवाणी की भूमिका साम्प्रदायिक उन्माद फैलाने में रही है। उन्होंने ट्वीट किया, 'ये तो देश के सर्वोच्च सम्मान का अपमान ही कहा जाएगा। लाल कृष्ण आडवाणी जी को सरकार ने 'भारत रत्न' देने की घोषणा की। मैं अभी तक समझ नहीं सका कि आखिर आडवाणी जी ने ऐसा कौन सा काम किया है की उन्हें 'भारत रत्न' देने का फैसला किया गया? यह देश भूला नहीं है कि देशभर में साम्प्रदायिक उन्माद फैलाने में आडवाणी जी की बड़ी भूमिका रही।'

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सोशल मीडिया पर आडवाणी को भारत रत्न देने का ऐलान किया था। तब से इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है। AIMIM चीफ असदउद्दीन ओवैसी ने इसका विरोध करते हुए कहा कि सरकार ऐसे शख्स को भारत रत्न से नवाज रही है जिसकी वजह से फसाद हुए। बाबरी मस्जिद की शहादत हुई। उनके हाेम मिनिस्टर रहते हुए गुजरात में 2002 में दंगे हुए। आडवाणी को भारत रत्न मिलना ये अवाॅर्ड की तौहीन है, ये एक गलत फैसला है।