रालोजपा चीफ पशुपति पारस ने मोदी कैबिनेट से दिया इस्तीफा, कहा- हमारे साथ नाइंसाफी हुई
मैंने बहुत ईमानदारी से NDA की सेवा की। पीएम नरेंद्र मोदी देश के बड़े नेता हैं, लेकिन हमारी पार्टी और व्यक्तिगत रूप से हमारे साथ नाइंसाफी हुई। इसलिए मैं केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देता हूं: पशुपति पारस
नई दिल्ली। रालोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि NDA में मेरे साथ नाइंसाफी हुई है। अब मैं तय करूंगा कि कहां जाना है। मंगलवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने ये ऐलान किया।
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राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने कहा, '5-6 दिन पहले मैंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि मैं तब तक इंतजार करूंगा जब तक NDA सीटों की घोषणा नहीं करती। मैंने बहुत ईमानदारी से NDA की सेवा की। पीएम नरेंद्र मोदी देश के बड़े नेता हैं, लेकिन हमारी पार्टी और व्यक्तिगत रूप से हमारे साथ नाइंसाफी हुई। इसलिए मैं केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देता हूं।'
RJD से बातचीत पर पारस ने कहा कि मुझे जितना बोलना था, उतना बोल दिया है। भविष्य की राजनीति हम अपनी पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से बैठकर तय करेंगे। इससे पहले पशुपति पारस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में कहा, 'महोदय, आपको अवगत कराना है कि कुछ अपरिहार्य कारणों से मैं मंत्रिपरिषद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे रहा हूं। इस दौरान मंत्री परिषद के सदस्य के नाते मुझ पर अपना विश्वास जताने के लिए आपका धन्यवाद।'
दरअसल, बिहार की 40 लोकसभा सीटों के लिए NDA ने शीट शेयरिंग की घोषणा कर दी है। भाजपा, जदयू, लोजपा (रामविलास), राष्ट्रीय लोक मोर्चा और हम के बीच सीटों का बंटवारा हो गया। वहीं, इस बंटवारे में पशुपति कुमार पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोजपा को एक भी सीट नहीं मिली है। उनकी पार्टी को पूरी तरह से गठबंधन के अंदर इग्नोर कर दिया गया है। वहीं, उनके भतीजे चीराग की पार्टी को पांच सीटें दी गई है।