इंदौर में भिखारियों की सूचना देने वालों को मिला इनाम, प्रशासन ने 6 लोगों को दिए 1-1 हजार रुपए
इंदौर को भिक्षामुक्त जिला बनाने के लिए भिक्षा लेने और देने पर प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही भिक्षावृत्ति की सूचना देने वालों को भी एक-एक हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है।
इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को अब भिखारी मुक्त शहर बनाने की पहल तेज हो गई है। शहर में भीख मांगने वालों को पकड़कर आश्रय स्थल भेजा जा रहा है। साथ ही भिक्षावृत्ति की सूचना देने वालों को भी एक-एक हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है।
इंदौर को जल्द ही भिक्षावृत्ति मुक्त जिला घोषित किया जाएगा। सोमवार को कलेक्टर आशीष सिंह ने भिक्षावृत्ति की सूचना देने वाले छह नागरिकों आकाश पाराशर, आकाश नायक, तुषार गंगवानी, वशीम खान, जितेंद्र वर्मा तथा अंकित मालवीय को एक-एक हजार रुपए की सम्मान निधि प्रदान की।
इस निर्णय के संदर्भ में नागरिकों में उत्साह भी है। सूचना देने के लिए जारी मोबाइल नंबर पर 200 नागरिकों ने सूचनाएं प्रदान की। इसमें से 12 सूचनाएं सत्यापित हुई। इन सभी को एक-एक हजार रुपए मिलेंगे। इसमें से 6 नागरिकों को सम्मानित किया गया।
पिछले दिनों प्रशासन ने इस संबंध में भारतीय नागरिक सुरक्षा अधिनियम 2023 की धारा 163 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया था। आदेशानुसार जिले में किसी भी प्रकार की भिक्षावृत्ति को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया है।
भिक्षुओं को भिक्षा स्वरूप कुछ भी देना या उनसे किसी भी प्रकार के सामान को खरीदना भी प्रतिबंधित किया गया है। जो व्यक्ति भिक्षुओं को भिक्षा स्वरूप कोई भी सामान/वस्तु प्रदान करता है या देता है या इनसे कोई सामान खरीदता है तो उसके विरूद्ध भी इस आदेश के उल्लंघन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह आदेश 2 जनवरी 2025 से 28 फरवरी 2025 तक प्रभावशील रहेगा।