विश्व आदिवासी दिवस पर सड़क पर उतरा आदिवासी समाज, प्रदेश में आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार के विरुद्ध की नारेबाजी

आदिवाासी समुदाय की मूलभूत अधिकारों की सामाजिक, आर्थिक और न्यायिक सुरक्षा के लिए हर साल 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाता है।

Updated: Aug 09, 2023, 06:46 PM IST

इंदौर। आदिवाासी समुदाय की मूलभूत अधिकारों की सामाजिक, आर्थिक और न्यायिक सुरक्षा के लिए हर साल 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाता है। मध्य प्रदेश में बुधवार को इस मौके पर कई आयोजन हुए। राजधानी भोपाल, इंदौर, खरगोन, बड़वानी, बुरहनपुर समेत पूरे प्रदेश में आदिवासी समुदाय के लोग सड़कों पर उतरे और आदिवासियों के साथ हो रहे अत्याचार के विरुद्ध नारेबाजी की।

इंदौर शहर के लालबाग के सामने बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग इकट्‌टा हुए और महारैली के रूप में राजीव गांधी प्रतिमा चौराहे के लिए रवाना हुए। इस रैली में मणिपुर घटना, सीधी की घटना और आदिवासी अत्याचार विरोध में आदिवासी समाज के लोग पोस्टर लेकर चलते दिखे। इन पोस्टरों तख्तियों और बैनर पर आदिवासी पर हुए अत्याचारों के विरोध में नारे लिखे हुए थे। इसके साथ ही आदिवासी समुदाय के लोग जमकर नारे भी लगा रहे थे। रैली में अधिकांश लोगों के हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर लिखा था- जल जंगल जमीन बचाओ, बहन-बेटियों की रक्षा करो, प्यासी धरती करे पुकार पेड़ लगाओ करो उद्धार, बेकलॉग भर्ती तुरंत करो। 

उधर, बड़वानी में शहर के इंद्रजीत छात्रावास से बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग इकट्ठा हुए और महारैली के रूप में शहर के कारंजा चौक रंजीत चौक झंडा चौक होते हुए तिरछी पुलिया से पुराना कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस रैली में भी मणिपुर घटना सीधी की घटना और आदिवासी अत्याचार विरोध में आदिवासी समाज के लोग बैनर पोस्टर लेकर चलते दिखे। आदिवासियों ने कहा कि मध्य प्रदेश सहित देश में आदिवासियों पर अत्याचार की घटनाएं हो रही है और मणिपुर में आदिवासियों पर अत्याचार हुआ है, इसको लेकर हम विरोध कर रहे हैं l 

राजधानी भोपाल में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर समाज के लोगों को संबोधित किया। भोपाल में बीएसपी द्वारा भी रैली आयोजित की गई थी। इसमें पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर और मायावती के भतीजे आकाश आनंद भी शामिल हुए। बसपा कार्यकर्ता राजभवन घेरने के लिए रवाना हुए। हालांकि, पुलिस ने टीटी नगर टीनशेड के पास बैरिकेड लगाकर सभी को रोक लिया। बीएसपी के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद रामजी गौतम ने संबोधित किया। गौतम ने प्रदेश भर में आदिवासियों, दलितों और तमाम वर्गों पर हो रहे उत्पीड़न की घटनाओं का जिक्र करते हुए शिवराज सरकार को घेरा।

बुरहानपुर में JADS के नेतृत्व में रैली का आयोजन किया गया था। इस दौरान आदिवासी कार्यकर्ता आंताराम अवासे ने कहा कि भाजपा सरकार के आदिवासियों पर अत्याचार की घटनाएं तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्होंने मणिपुर और सीधी की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि आदिवासियों को संगठित होकर अपने खिलाफ हो रहे अत्याचार के विरुद्ध लड़ाई लड़ना होगा। अवासे ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में आदिवासियों के खिलाफ झूठे मुकदमे लादे जा रहे हैं और उन्हें जेलों में डाला जा रहा है। 

बता दें कि साल 1994 में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस घोषित किया गया है। इस दिन आदिवासी समाजजन अपने मानव अधिकारों के संवर्धन एवं संरक्षण की बात करता है एवं अपनी मूलभुत सुविधाओं एवं अपनी समस्याओं से अवगत करवाता है।